– कहा, आने वाले समय में हेल्थ केयर सेक्टर की होगी मुख्य भूमिका
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को पुदुचेरी में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। कराईकल स्थित जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जेआईपीएमईआर) में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि हेल्थकेयर सेक्टर आने वाले समय में मुख्य भूमिका निभाएगा। जो राष्ट्र स्वास्थ्य में निवेश करेंगे वो शाइन करेंगे। इस साल के बजट में स्वास्थ्य सेक्टर को बड़ी बढ़त मिली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपनी विकास की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत को विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। अच्छे स्वास्थ्य से ही समृद्धि जुड़ी हुई है। पिछले सात वर्षों में, भारत ने फिटनेस और कल्याण में सुधार के लिए कई प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नॉलजी (डीबीटी ) ने विभिन्न योजनाओं के तहत कई लाभार्थियों की मदद की है। यह लोगों को सशक्त बनाता है। पुदुचेरी में औद्योगिक और पर्यटन विकास के लिए बहुत अधिक संभावनाएं हैं जो रोजगार के बहुत सारे अवसर प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने ग्रामीण और तटीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं। सड़क चार लेन की हो, जिससे हर क्षेत्र में उद्योगों को सहूलियत हो, इन्वेस्टर आकर्षित हों और इन सबसे रोजगार पैदा हो। पूरे भारत में कृषि क्षेत्र को इससे लाभ मिलेगा। पूरे भारत में हमारे किसान नवाचार कर रहे हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि उनकी उपज को अच्छा बाजार मिले, इसे सुनिश्चित किया जाए।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब पुदुचेरी में सियासी संकट के बाद राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है। यहां जल्दी ही चुनाव होने हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री का दौरा अहम माना जा रहा है। पिछले तीन साल में यह केंद्र शासित राज्य में मोदी का दूसरा दौरा है।
इन परियोजनाओं की हुई शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी ने जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जेआईपीएमईआर) में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने न्यू कैंपस- I की आधारशिला भी रखी। यह परियोजना लगभग 491 करोड़ रुपये की है। यहां ब्लड सेंटर का भी उद्घाटन किया। चार लेन के एनएच 45 का भी शिलान्यास किया। 56 किलोमीटर का यह हाइवे सत्तानाथ पुरम से नागपट्टिनम तक होगा। इस परियोजना की लागत लगभग 2,426 करोड़ रुपये है।