स्वरोजगार के लिए अब मिलेगी 40 प्रतिशत की अनुदान राशि

झारखंड
Spread the love

रांची। वर्तमान में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्वरोजगार उद्यमिता विकास की ओर ज्यादा बल देने के लिए व्यापक कार्य करने की योजना पर सरकार का विशेष ध्यान है। इस निमित ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के युवाओं को मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसका मुख्य उद्देश्य, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अल्पसंख्यक वर्ग, पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन के युवाओं को स्वरोजगार, स्वयं के व्यवसाय शुरू करने के लिए सुगम एवं सस्ते दर पर ऋण और अनुदान का लाभ दिया जाना है।

ऋण लेने की प्रक्रिया को लचीला बनाया गया है

युवाओं को रोजगार से जोड़ने एवं उद्यमिता विकास के लिए झारखंड राज्य आदिवासी सहकारी निगम, झारखंड राज्य अनुसूचित जाति सहकारिता विकास निगम, झारखंड राज्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम और झारखंड राज्य अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम से ऋण लेने की प्रक्रिया को लचीला बनाया गया है। इस प्रकार ऐसे युवाओं को पूर्व से अधिक अनुदान का लाभ भी प्राप्त हो सकेगा। युवाओं को ऋण की सुविधा के माध्यम से आर्थिक गतिविधियों के विकास और उनके आर्थिक स्वावलंबन के लिए उपलब्ध कराने की योजना पर सरकार कार्य कर रही है, ताकि युवा अपनी असीम ऊर्जा का उपयोग सकारात्मक दिशा में कर सकें।

कोरोना काल में लौटे युवाओं को रोजगार से है जोड़ना

इससे पूर्व भी युवाओं को अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग स्वरोजगार के लिए ऋण की सुविधा उपलब्ध कराता था। कोरोना संक्रमण काल में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक राज्य वापस आये। ऐसे में रोजगार उपलब्ध कराने को वर्तमान सरकार ने प्राथमिकता के तौर पर लिया। पूर्व से चली आ रही ऋण सह अनुदान योजना में संशोधन का निर्णय लेकर युवाओं के लिए स्वरोजगार अपनाने के मार्ग को प्रशस्त किया। ऋण सह अनुदान राशि में संशोधन के फलस्वरूप स्वरोजगार के लिए अब 40 प्रतिशत की अनुदान राशि प्राप्त होगी। पूर्व में यह 25 प्रतिशत थी।

ऋण लेना होगा आसान

वर्तमान सरकार का मानना है कि स्वरोजगार के लिए युवाओं को ऋण लेने में अधिक से अधिक सुविधा उपलब्ध हो। उक्त आलोक में विभाग द्वारा संचालित निगमों को स्वरोजगार हेतु ऋण अनुदान का लाभ देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना आरंभ करते हुए ज्यादा से ज्यादा लाभुकों को ऋण अनुदान की सुविधा देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस तरह राज्‍य के युवाओं को स्वरोजगार के साधन यथा ट्रेडिंग, मैनुफैक्चरिंग और वाहन उपलब्ध कराने में योजना सहायक हो रहा है। झारखंड के युवा राज्य के विकास में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।