बंगाल में ममता और असम में भाजपा की प्रतिष्‍ठा दांव पर, अन्‍य राज्‍यों के ये हैं समीकरण

देश नई दिल्ली मुख्य समाचार
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नई दिल्‍ली। विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई। अब पांच राज्‍यों में राजनीतिक समीकरण भी तेजी से बदलेंगे। पार्टी कई विधायकों का टिकट काट सकती है। कुछ स्थिति की नजाकत को देखते हुए पाला बदल सकते हैं। इसका सबसे अधिक असर पश्चिम बंगाल में देखने को मिल सकता है।

वर्तमान स्थिति में पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। असम में भाजपा बहुमत वाली अपनी पहली सरकार को बचाने के लिए चुनावी समर में उतरेगी। तमिलनाडु में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी एआईएडीएमके और डीएमके के बीच होगा। यह पहला चुनाव होगा, जब दोनों ही दलों के दिग्गज नेता रहे जयललिता और के करुणानिधि की गैर-मौजूदगी में चुनाव होगा।

केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में हाल ही में फ्लोर टेस्ट में असफल रहने के बाद कांग्रेस की सरकार गिरी है। वहां भाजपा सत्ता में आने का पुरजोर प्रयास करेगी। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां की जनता को करोड़ों की सौगात दी थी। अब देखना होगा कि उनकी यह सौगात जनता को कितना आकर्षित कर पाती है। बीते कुछ सालों में भाजपा ने यहां तेजी से अपनी पैठ बनाई है। मुख्य मुकाबला कांग्रेस, भाजपा और डीएमके के बीच देखने को मिल सकता है।

पुडुचेरी की राजनीति में आमतौर पर तमिलनाडु से प्रभावित रही है। ऐसे में डीएमके भी यहां बड़ा फैक्टर होगी। किसान आंदोलन के दौर में हो रहे इन चुनावों को मोदी सरकार के लिए भी एक परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है। यदि इन चुनावों में भाजपा को असम और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में सफलता मिलती है तो यह उसके लिए बड़ी कामयाबी होगी।

जानकारी हो कि 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में शानदार प्रदर्शन किया था। ऐसे में ममता बनर्जी के सामने वह कड़ी चुनौती पेश कर सकती है।