जोखिम लेकर खेती की, बेचने की बारी आई तो बंद हो गया क्रय केंद्र

कृषि झारखंड
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विवेक चौबे

गढ़वा। किसानों ने जोखिम लेकर खेती की। फसल पैदा हुआ। अब उसे बेचने का समय आया तो क्रय केंद्र बंद हो गया। यह स्थिति जिले के कांडी प्रखंड के विभिनन गांवों का है। भाजपा ने धान क्रय केंद्र शीघ्र नहीं खोलने पर सड़क पर उतरने की धमकी दी है।

दरअसल, इन इलाकों में नीलगायों का आतंक है। किसान इससे परेशान हैं। फसल लगाने के बाद वे रात दिन इसकी निगरानी करते हैं। काफी मशक्‍कत के बाद किसान फसलों को बचा पाते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ। हालांकि फसल बेचने की बारी आई तो धान क्रय केंद्र बंद हो गया।

भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामलला दुबे ने कहा कि किसानों ने खून पसीना एक कर धान की खेती की। अब क्रय केंद्र ही बंद हो गया। इससे किसान औने पौने दाम में ही धान की बिक्री करने को विवश हैं। जिले के सभी धान क्रय केंद्र बंद होने से सभी किसान मायूस हैं। जिला प्रशासन अविलंब धान क्रय केंद्रों को खोले नहीं तो बाध्य होकर भाजपा किसान मोर्चा सड़क पर उतर जाएगा।

किसानों ने कहा कि कड़ी मेहनत कर उगाए गए फसलों की अच्छी कीमत साहूकारों के पास नहीं मिल पाती है। उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि जिले के सभी प्रखंडों में यथाशीघ्र धान क्रय केंद्र खोले जाएं, जिससे किसानों को धान की अच्छी कीमत मिल सके। भाजपा नेता राम लखन प्रसाद, विनोद प्रसाद, शशिरंजन दुबे, भाजपा महामंत्री ललन राम, प्रदीप दुबे, राजन कुमार, अमित कुमार ने भी शीघ्र क्रय केंद्र खोलने की मांग की है।