प्रशांत अंबष्ठन
बोकारो। जिले के गोमिया धान क्रय केंद्र से किसानों को लौटा दिया जा रहा है। उनके धान को नमीयुक्त और डस्टयुक्त करार दिया जा रहा है। इससे किसान परेशान हैं। गोमिया व्यापार मंडल का कहना है कि किसान अगर साफ सुथरा एवं सूखा हुआ धान लेकर आयेंगे तो उन्हें इस केंद्र से वापस लौटना नही पड़ेगा।
किसानों का कहना है कि वे भाड़े की गाड़ी में धान लादकर कई किलोमीटर की दूरी तय करते हुए गोमिया स्थित धान क्रय केंद्र पहुंचते हैं। वहां धान में कोई ना कोई त्रुटि निकालकर धान क्रय केंद्र से वापस लौटा दिया जा रहा है। इससे उन्हेंं काफी परेशानी हो रही है।
इस संबंध में होसिर रथटांड़ के किसान विजय कुमार प्रजापति एवं पिंटू प्रजापति ने बताया कि हमलोग भाड़े की गाड़ी से लगभग चालीस-चालीस क्विंटल धान लेकर गोमिया स्थित धान क्रय केंद्र लाये हैं। केंद्र के पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा धान में त्रुटि निकालकर इसे खरीदने से मना कर दिय गया। वापस लौटा दिया गया। ऐसे में हमें दोगुना नुकसान हो जाएगा। मजबूरन हमें बाहर के व्यापारियों को औने पौने दाम में धान को बेचना पड़ेगा।
गोमिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष रणविजय सिंह ने कहा कि किसानों को हमेशा साफ सुथरे एवं सूखे हुए धान लाने के लिए कहा जाता है। इसके बावजूद कुछ किसानों द्वारा डस्टयुक्त एवं नमीयुक्त धान लाया जा रहा है। ऐसे किसानों को ही लौटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र में धान रखने के लिए जगह की कमी है। खुली जगह में धान रखना सही नही है। किसान अगर साफ सुथरा एवं सूखा हुआ धान लेकर आये तो उन्हें इस केंद्र से वापस नहीं लौटना पड़ेगा।