ट्रैक्टर के साथ परेड में शामिल हुई महिला किसान, खुद संभाली स्‍टेयरिंग

झारखंड
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लातेहार। जिले के चंदवा में गणतंत्र दिवस पर झारखंड राज्य किसान सभा के आह्वान पर किसानों ने ट्रैक्टर परेड मार्च निकाला। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय किसान समन्वय संघर्ष समिति और किसान संयुक्त मोर्चा के देशव्यापी अह्वान पर आयोजित किया गया। मार्च शुक्रवारीय बजार टांड़ से निकल कर हरैया मोड़, रेलवे क्रॉसिंग, सुभाष चौंक, मेन रोड, गैरेज लैन, थाना, इंदिरा गांधी चौंक होते हुए पेंशनर समाज परिसर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।

जिले में पहली बार किसी महिला ने ट्रैक्टर चलाकर परेड मार्च में भाग लिया। महिला किसान आनंद तसिया तिग्गा अपने ट्रैक्टर लेकर परेड में शामिल हुई। खुद ड्राईवर सीट में बैठकर बेखौफ ट्रैक्टर चलाया। वह अपने घर की कृषि कार्य खुद इसी ट्रैक्टर से करती है।

सभा की अध्यक्षता हनुक लकड़ा और संचालन रसीद मियां ने किया। इस अवसर पर झारखंड राज्य किसान सभा लातेहार जिला अध्यक्ष अयुब खान ने कहा कि आज पहली बार अन्नदाता किसान ट्रैक्टर परेड कर गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। दिल्ली में कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों को भी समर्थन दे रहे हैं। केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में सीमा पर जवान अपनी जान गंवा रहे हैं। खेती किसानी में किसान आत्महत्या करने को विवश हैं। मोदी सरकार किसानों की बात अनसुनी कर अडानी-अंबानी जैसे कॉरपोरेट घरानों की बात मान रही है।

माकपा जिला सचिव सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि आज किसानों को ही केंद्र सरकार बर्बाद करने पर तुली हुई है। उनपर जबरदस्ती कृषि कानून थोपा जा रहा है। यह बिल किसानों के लिए गले का फंदा है। इसका विरोध करने पर उनका दमन और शोषण किया जा रहा। इससे किसान टूटने वाले नहीं हैं। सरकार सोच रही है कि किसान आंदोलन कर खुद ही थक- हारकर घर चले जाएंगे। इस गफलत में सरकार नहीं रहे। कृषि बिल वापस होने तक किसानों का आंदोलन चलता रहेगा।

परेड में पूर्व पंचायत समिति सदस्य फहमीदा बीवी, आनंद तसिया तिग्गा, दिनेश उरांव, हनुक लकड़ा, अरुण उरांव, शोभन उरांव, विजय साव, निरज लकड़ा, राजू उरांव, नितेश उरांव, अनिल प्रजापति, बलराम उरांव, नरेश उरांव, सुलेन्द्र उरांव, नथु उरांव, रंथु गंझु, मनोज तुरी, धनंजय कुमार, कारु उरांव, बोलो उरांव, रमेश सिंह, सीटू गंझु, बैजनाथ ठाकुर, दसवा परहैया, सनीका मुंडा, तिरभुवन गंझु, परदेशीया गंझु, रामबृछ गंझु, साजीद खान, रमजान सांई चिस्ती, इस्तेखार खान, ननकु मियां, परवेज खान, असरफुल खान, गुलेमान खान, सजेबुल खान, तबरेज खान, अगरेज खान, सौदागर खान, बादशाह खान समेत कई किसान शामिल थे।