-बाइडेन ने हिंसा को राजद्रोह बताया, ओबामा ने कहा- शर्मिंदगी के तौर पर याद किया जाएगा
-हंगामे से पहले ट्रंप ने कहा था- जब धांधली हुई हो तो आपको हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए
- ट्रंप का ट्विटर अकाउंट 12 घंटे के लिए निलंबित, दोबारा उल्लंघन पर ब्लॉक करने की चेतावनी
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के अंतिम दिनों में उनके समर्थकों ने अमेरिकी संसद में घुसकर अभूतपूर्व रूप से उत्पात मचाया। ट्रंप समर्थकों ने सुरक्षा के तमाम प्रबंधों को धता बताते हुए अमेरिकी संसद `कांग्रेस’ में घुसकर उपद्रव किया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प में एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गयी। हंगामा उस समय शुरू हुआ जब नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन की चुनावी जीत को प्रमाणित किया जाना था। जो बाइडेन ने उपद्रव को राजद्रोह बताते हुए ट्रम्प समर्थकों से शांति की अपील की। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी हिंसा पर चिंता व्यक्त की है।
दरअसल, अमेरिकी कांग्रेस में इलेक्टोरल कॉलेज को लेकर बहस चल रही थी, जिसमें जो बाइडेन की जीत की पुष्टि की जानी थी। सांसद संयुक्त सत्र के लिए कैपिटल के भीतर बैठे थे, तभी यूएस कैपिटल पुलिस ने सुरक्षा के उल्लंघन की घोषणा की। कांग्रेस को मजबूरन अपनी कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
संसद के संयुक्त सत्र शुरू होने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन डीसी में अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे चुनावी हार को स्वीकार नहीं करेंगे। उनका आरोप था कि चुनाव में उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के लिए धांधली की गयी है। उन्होंने कहा कि जब धांधली हुई हो तब आपको अपनी हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए। उन्होंने इस दौरान दावा किया कि चुनाव में उन्होंने शानदार जीत हासिल की है।
चुनाव नतीजों को लेकर ट्रंप के भाषण के बाद बड़ी संख्या में ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल हिल को घेर लिया और उपद्रव शुरू कर दिया। उग्र प्रदर्शनकारियों ने अवरोधकों को तोड़ दिया और कांग्रेस के उच्च सदन में घुस गए। सुरक्षाबलों ने इस दौरान उन्हें रोकने के लिए लिए लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया।सुरक्षाकर्मियों के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प के दौरान एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गयी।हिंसा को देखते हुए वाशिंगटन मेयर ने 15 दिन की इमरजेंसी की घोषणा की है।
इस अभूतपूर्व हंगामे को लेकर हर तरफ प्रतिक्रिया देखी जा रही है। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस हिंसा को राजद्रोह बताते हुए ट्रंप समर्थकों से तत्काल लौटने और लोकतंत्र को अपना काम करने देने की अपील की।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रंप पर हिंसा के लिए लोगों को उकसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वैधानिक रूप से हुए चुनाव को लेकर झूठे दावे करने वाले राष्ट्रपति द्वारा आज यूएस कैपिटल में भड़कायी गयी हिंसा को इतिहास में हमेशा शर्मिंदगी के तौर पर याद रखा जाएगा।
पूरे घटनाक्रम के बाद ट्विटर ने डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट 12 घंटे तथा इंस्टाग्राम और फेसबुक को 24 घंटे के लिए निलंबित कर दिया है। ट्विटर ने सिविक इंटिग्रिटी पॉलिसी के उल्लंघन के मामले में ट्र्म्प के तीन ट्वीट हटाये जिसमें वह वीडियो भी शामिल है जिसमें ट्रंप समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। साथ ही ट्विटर ने चेतावनी दी है कि भविष्य में नियमों के उल्लंघन पर ट्रंप के अकाउंट को स्थायी तौर पर निलंबित किया जा सकता है।
हिंसा से काफी चिंतित हूंः नरेन्द्र मोदी
अमेरिका के इस ताजा घटनाक्रम पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चिंता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “वॉशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा के बारे में जानकारी मिलने के बाद से काफी चिंतित हूं। सत्ता का हस्तांतरण क्रमबद्ध और शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। गैरकानूनी विरोध के माध्यम से लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित नहीं होने दिया जा सकता है।”