रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय के तत्वावधान में 34वीं प्रसार शिक्षा परिषद् की बैठक 8 जनवरी को होगी। इसमें राज्य के सभी 24 जिलों में स्थित कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) और 3 क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों के आलावा विश्वविद्यालय मुख्यालय स्तर से प्रसार कार्यक्रमों से जुड़े वैज्ञानिक भाग लेंगे।
विश्वविद्यालय स्थित आरएसी ऑडिटोरियम होने वाले इस बैठक की अध्यक्षता कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह करेंगे। परिषद् की बैठक में विशेषज्ञ के रूप में राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एमएस कुंडू, केंद्रीय उपराऊ भूमि चावल अनुसंधान संस्थान, हजारीबाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉ शिव मंगल प्रसाद, आईसीएआर-अटारी निदेशक डॉ अंजनी कुमार और पूर्व आईसीएआर उपमहानिदेशक (पौधा प्रजनन) डॉ जेएस चौहान भाग लेंगे।
बीएयू के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ जगरनाथ उरांव ने बताया कि बैठक में केवीके एवं अन्य प्रसार कार्यक्रमों की वर्ष 2020-21 और वर्ष 2021-22 की रणनीति पर चर्चा होगी। परिषद् की बैठक में टीएसपी कार्यक्रम की निरंतरता, बायोटेक किसान हब, जिला कृषि मौसम विज्ञान इकाइयों, किसान संसाधन केंद्र और पोल्ट्री एवं मत्स्य पालन हैचरी इकाइयों की स्थापना, उच्च तकनीकी बागवानी को बढ़ावा, कृषि वानिकी और प्रौद्योगिकियों में बांस को बढ़ावा, क्षेत्र विशेष आधारित एकीकृत कृषि प्रणाली मॉडल, वनोपज का समुचित उपयोग, मॉड्यूलर सिंचाई प्रणाली, क्लस्टर खेती, खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा तथा वास्तविक समय में डेटा संग्रह से सबंधित विषयों पर निर्णय लिए जायेंगे।