आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने जिले के भंडरा प्रखंड के बरही में नवनिर्मित महिला महाविद्यालय का उद्घाटन 27 जनवरी को किया। इस मौके पर उन्होंने गुमला जिले के घाघरा प्रखंड में नवनिर्मित मॉडल डिग्री महाविद्यालय का भी उद्घाटन किया गया। राज्यपाल ने महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान में अध्ययन के लिए बहुत अच्छी सुविधा दी जा रही है। उन्हें अफसोस है कि क्यों ना वर्तमान समय में जन्म लिया, ताकि ऐसे कॉलेज में पढ़ने का मौका मिलता। इस महाविद्यालय के निर्माण के लिए वित्त सचिव समेत अन्य पदाधिकारियों को बुलाकर साथ कई बार विचार विमर्श किया, तब जाकर इसे मूर्त रूप दिया जा सका।
राज्यपाल ने कहा कि इस महाविद्यालय के बनने से आसपास बाजार खुलेंगे। ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलप होगा। व्यवसाय प्रारंभ होगा। इस महाविद्यालय में 40 से अधिक क्लास रूम और शौचालय हैं। बच्चों को जॉब ओरिएंटेड विषय पढ़ने की आवश्यकता है, इसके लिए सिलेबस में बदलाव करने की जरूरत है।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में 11 महिला महाविद्यालय और रांची विश्वविद्यालय अंतर्गत 3 महिला महाविद्यालय बन रहे हैं। गुमला जिले के घाघरा में एक और सिमडेगा जिले के बानो में एक मॉडल डिग्री महाविद्यालय खुल रहा है। महिला जब तक आगे नहीं बढ़ेंगी, तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा। राज्यपाल ने कहा कि महिला स्वयं को सशक्त बनाए। जूडो, कराटे जैसे सुरक्षात्मक कलाएं सीखें, ताकि अपना बचाव कर सकें। खुद को सुरक्षा प्रदान कर सकें। मानसिक और शारीरिक रूप से महिलाएं खुद को सशक्त बनाएं। केवल रोजगार के लिए पढ़ाई नहीं करना चाहिए।
लोकल से वोकल बनें
राज्यपाल ने कहा कि लोकल से वोकल बनें। केरल जैसे राज्य में निजी विद्यालय, महाविद्यालय नहीं हैं, क्योंकि वहां विधायक, मंत्री, सांसद के बच्चे पढ़ाई करते हैं। ऐसी व्यवस्था यहां भी होना चाहिए।
शिक्षकों का 5-6 वर्षों तबादला हो
राज्यपाल ने कहा कि महाविद्यालय में शिक्षक कम से कम 5-6 वर्ष रहकर पढ़ायें। अगर आवश्यकता पड़े तभी उनका स्थानांतरण हो। राज्यपाल ने कहा कि बीते 5 वर्षों में कोई भी स्थानांतरण-पदस्थापन शिक्षकों का नहीं हुआ है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार एक ऐसा आदेश पारित करे, जिसमें महाविद्यालय शिक्षकों का स्थानांतरण 5 वर्षों से पहले नहीं हो। क्योंकि ध्यान जब ट्रांसफर-पोस्टिंग पर होगी, तब पढ़ाई ठीक से नहीं हो सकेगा।
कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों को सराहा
राज्यपाल ने कहा कि अपने कार्यकाल में बहुत से कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में जाने का मौका मिला। आज केजीबीवी में सुविधाएं बढ़ी हैं। इन विद्यालयों में पढ़ाई बहुत अच्छी हो रही है। रिजल्ट अच्छे हो रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि झारखंड में बेटा-बेटी में कोई भेदभाव नहीं है। पढ़ाई करने से बेटियां जिंदगी की रास्ता स्वयं ढूंढ लेंगी। ओडिशा से होने के बावजूद लगता कि झारखंड से ही मैं हूं, क्योंकि इस राज्य से मुझे बहुत प्यार मिला। उपस्थित लोगों से कहा कि आज बेटियों को अवश्य पढ़ाना चाहिए। उन्हें जीवन की अच्छाई व बुराई अवश्य बताएं। सरकार स्कूल, कॉलेज बनाती है। इसकी सुरक्षा करना आपका दायित्व व कर्तव्य है। आपलोगों को इसकी ज्यादा जवाबदेही है। समाज को आगे बढ़ाने के लिए बेटियों को पढ़ाना चाहिये।
विकास की सीढ़ी शिक्षा है : डॉ उरांव
उदघाटन कार्यक्रम में वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि गुमला व लोहरदगा में एक-एक महिला महाविद्यालय की स्थापना होना बहुत खुशी का क्षण है। जिले में साक्षरता दर बढ़ी है। विकास की सीढ़ी शिक्षा ही है। शिक्षित होने पर प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मॉडल सिस्टम डेवलप होगा। शिक्षक अच्छे व समर्पित हो, विद्यार्थी अच्छे हो। यहां पढ़नेवाली छात्राओं को लिए छात्रावास का निर्माण कराने का भी प्रयास राज्य सरकार से किया जायेगा। मंत्री ने कहा कि इस महाविद्यालय में आना जाना लगा रहेगा। बीच-बीच में यहां आ कर अर्थशास्र विषय पढ़ाने का कार्य करूंगा।
शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन
सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि आज महिला शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन जिले में हुआ है। महिला महाविद्यालय की स्थापना बहुत अच्छी बात है। ग्रामीण क्षेत्रों में महाविद्यालय बनने से सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं के लिए शैक्षणिक संस्थान में बढ़ोतरी हुई है। शिक्षा के सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित होकर चलने की आवश्यकता है।
प्रदेश पढ़ेगा, देश बढ़ेगा
बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा ने कहा कि जब घर पढ़ेगा, तब प्रदेश पढ़ेगा। देश बढ़ेगा। वही आगे बढ़ेगा। विधायक ने पायलट प्रशिक्षण दोबारा प्रारंभ किये जाने का अनुरोध किया, ताकि लोगों को रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके मिल सकें।
स्वागत रांची विवि के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने किया। धन्यवाद प्रतिकुलपति डॉ कामिनी कुमार ने किया। कार्यक्रम में उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो, पुलिस अधीक्षक प्रियंका मीणा, उपविकास आयुक्त अखौरी शशांक सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल, कुलसचिव प्रो मुकुंद चंद्र मेहता समेत अन्य उपस्थित थे।