आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। पूर्व नगर अध्यक्ष पवन एक्का ने जिला प्रशासन को खुली चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि हम चोरी नहीं, सीनाजोरी करेंगे। लाठी के बल पर घाटों से बालू उठाएंगे। जिसको रोकना है, रोक ले। अपने बच्चों के भरण पोषण के लिए जान देंगे या जान ले लेंगे। हम लूट कर बालू बेचेंगे। परिवार चलाना है। बच्चे भूखे नहीं मरेंगे। परिवार के लिए, बच्चों के लिए, क्यों नहीं दूसरे की जान लेनी पड़े। वे ट्रैक्टर रैली के बाद 28 जनवरी को समाहरणालय में आयोजित धरना में बोल रहे थे।
ट्रैक्टर यूनियन ने गुरुवार को जिला प्रशासन के विरोध में रैली निकाली। यह शहर के छतर बगीचा से लेकर समाहरणालय तक गयी। इसमें लगभग 400 ट्रैक्टर मालिकों ने भाग लिया और प्रदर्शन किया। ट्रैक्टर मालिकों ने कहा कि बच्चों के भरण पोषण के लिए लोन लेकर ट्रैक्टर खरीदा। अब इंस्टॉलमेंट भरने में परेशानी हो रही है। उनकी स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। इसपर निर्भर अन्य लोगों के परिवारों के भी भूखे मरने की नौबत आ गई है।
टैक्टर मालिकों ने कहा कि राज्य सरकार ने बालू घाटों का लीज पिछले एक वर्षो से समाप्त कर दिया है। इसके कारण बिना चलान जमा किये बालू का उठाव लगातार टैक्टर से कर रहे थे। जिला प्रशासन द्वारा बिना चालान के चल रहे ट्रैक्टरों को पकड़कर उनके ऊपर एफआईआर दर्ज कराया जा रहा था। इसके कारण पिछले 4 दिनों से जिले में ट्रैक्टरों ने हड़ताल कर रखा है। शहर एवं प्रखंडों के लगभग 400 ट्रैक्टर को पूर्व नगर पार्षद अध्यक्ष के घर के सामने टैक्टर मालिकों ने खड़ा कर दिया है।
ट्रैक्टर यूनियन के अध्यक्ष वासिफ अंसारी ने आरोप लगाया कि पुलिस जवान सहित जिला अधिकारियों के बॉडीगार्ड तक ट्रैक्टर को पकड़कर अवैध वसूली करते हैं। ट्रैक्टर पकड़ाने पर कई तरह का शुल्क वसूला जाता है। सरकार लगान की व्यवस्था करती तो ऐसी समस्या खड़ी नहीं होती। बालू चोरी कर बेचने की नौबत ही नहीं आती। ट्रैक्टर मालिकों ने त्रस्त होकर यह कदम उठाया है।
पूर्व नगर अध्यक्ष पवन एक्का ने यहां तक कहा कि खाद्य आपूर्ति और वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव पर लोगों को विश्वास था कि वे क्षेत्र की समस्या का निदान करेंगे। हालांकि अब विश्वास टूट गया है। उन्हें काम कम और आराम ज्यादा पसंद आता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का निर्देशों का पालन करते हुए 29 जनवरी को सुबह 10 बजे ट्रैक्टर के साथ यूनियन के सदस्य राजधानी रांची के लिए निकलेंगे। लोहरदगा से कुडू, मांडर के रास्ते रैली निकलेगी। बिजूपाड़ा, चान्हो, मांडर, रातू के ट्रैक्टर मालिक भी साथ होंगे। वहां पहुंचकर सरकार पर दबाव बनाएंगे।