व्यापारियों के आकर्षण का केंद्र बना झारखंड का यह गांव

झारखंड
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खूंटी। कभी झारखंड के इस गांव का नाम भी लोगों ने नहीं सुना था। अब यह व्‍यापारियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। इसकी वजह महिलाओं का लगन, जज्‍बा। यहां की कई महिलाओं ने बतख पालन करना शुरू किया है। धीरे-धीरे यह व्‍यवसाय बढ़ भी रहा है।

झारखंड के खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के शिलापट गांव में कुछ वर्ष पहले तक बेरोजगारी फैली थी। थोड़ी-बहुत खेती से लोगों का किसी तरह गुजारा होता था। झारखंड लाइवलीहुड प्रोमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की मदद से गांव की समूह से जुड़ी महिलाओं ने बतख पालन शुरू किया। अब उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया है।

ग्रामीणों के लिए बतखों के चूजे उपलब्ध कराने का जिम्मा जेएसपीएलएस का है। विशेष तकनीक के जरिए चूजों को करीब पंद्रह दिन बखूबी संभाला जाता है। तब इसे ग्रामीणों को सौंपा जाता है, ताकि बतखों की मृत्‍यु दर कम की जा सके।

ये उत्तम गुणवत्ता वाले बतख की प्रजाति हैं, जो एक वर्ष में करीब दो सौ अंडे देती हैं। इससे ना सिर्फ ग्रामीणों को पौष्टिक आहार मिल रहा है, बल्कि उनकी आय में भी वृद्धि हो रही है।

बतख पालन का व्यवसाय शुरू हो जाने से शिलापट गांव के लोग ना सिर्फ स्वावलंबी बन रहे हैं, बल्कि यह गांव अब बतख के व्यापारियों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है।