नई दिल्ली। नए साल में प्रतियोगिता परीक्षा को लेकर कई बदलाव होने वाले हैं। आरआरबी, आईबीपीएस और एसएससी सहित कई परीक्षाओं का पैटर्न बदलने वाला है। इसके लिए सिर्फ एक ही परीक्षा सीईटी (CET) देनी होगी। इसका आयोजन नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (NRA) करेगा।
वर्तमान में आईबीपीएस की तैयारी कर रहे युवा-युवतियों को प्रीलिम्स की परीक्षा देनी होती है। आरआरबी और एसएससी ग्रुप बी और ग्रुप सी परीक्षा की तैयारी करने वालों को टियर-1 की परीक्षा देनी होती है। बदलाव के बाद 2021 से वे सीईटी की परीक्षा पास करके सीधे टियर-2 की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
सीईटी की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों का स्कोरकार्ड 3 वर्ष के लिए वैध होगा। यानी सीईटी की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी आरआरबी, आईबीपीएस और एसएससी की परीक्षा में 3 साल तक सीधे दूसरे एग्जाम में शामिल हो सकेंगे।
एनआरए 12 भाषाओं में परीक्षा का आयोजन करेगी। इसका स्कोरकार्ड तीन वर्ष तक मान्य होगा। इस बीच उम्मीदवार अपने स्कोर में सुधार के लिए आगामी परीक्षा में भी बैठ सकेंगे। परीक्षा में सवाल एक संयुक्त प्रश्न बैंक से लिए जाएंगे।
सीईटी की परीक्षा एक वर्ष में दो बार होगी। इसमें उपस्थित होने के लिए अभ्यर्थी विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। परीक्षा अभ्यर्थी के मूल जिले में आयोजित की जाएगी।
जानकारों का कहना है कि NRA की परीक्षा लेने से गरीब छात्रों को फायदा मिलेगा। इन छात्रों को कई परीक्षाएं देने के लिए दूसरे शहरों में नहीं जाना होगा। उनका खर्च बचेगा। साथ ही उन्हें नई भर्तियों के लिए प्रीलिम्स में शामिल होने के लिए बार-बार फॉर्म भी नहीं भरना पड़ेगा। जानकारी हो कि 19 अगस्त, 2020 को मोदी सरकार की तरफ से सीईटी लागू करने का फैसला लिया गया था।