रांची। झारखंड सरकार से वैश्य समाज को जनसंख्या के आधार पर आरक्षण दे। राज्य सरकार 6 माह में सर्वेक्षण का कार्य कर जनसंख्या के आधार पर वैश्य समाज को आरक्षण दे। यह कोई भीख नहीं, बल्कि अधिकार है। यह अधिकार हमें संविधान ने दिया है। यह हमारा हक है और इसे हम लेकर रहेंगे। उक्त बातें पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कही। वे 26 दिसंबर को झारखंड प्रदेश स्वास्थ्य मोर्चा द्वारा आयोजित वैश्य कार्यकर्ता सम्मेलन में बोल रहे थे।
श्री दास ने कहा कि वैश्य समाज ने हमेशा ही देश और समाज के हर तबके की भलाई के लिए काम किया है। कभी भी अनुचित मांग नहीं की है। संविधान ने हमें जनसंख्या के आधार पर आरक्षण का अधिकार दिया है। राज्य सरकार उसको हमें दे। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने चुनाव से पहले अपने घोषणा पत्र में पिछड़ों को सरकार बनने के छह माह के भीतर 27% आरक्षण देने की घोषणा की थी, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसा कर सरकार ने पिछड़ों को ठगने का काम किया है। नारे और वादे के साथ झामुमो-कांग्रेस का ठगबंधन सत्ता में तो आ गया, लेकिन नीति और नियत नहीं होने के कारण कोई काम नहीं हो पा रहा है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि हमारी सरकार ने लोकसभा चुनाव से सभी उपायुक्तों को पत्र लिखकर पिछड़ों की जनसंख्या के सर्वे का कार्य दिया था। हमने भाजपा के घोषणा पत्र में भी वादा किया था कि सरकार बनने के 6 माह के भीतर पिछड़ों को जनसंख्या के आधार पर आरक्षण दिया जाएगा। तब झामुमो कांग्रेस ने झूठ फैला कर सत्ता हासिल कर ली, लेकिन अब ना तो महिलाओं को 50% आरक्षण देने का वादा पूरा किया और ना ही शहीद निर्मल महतो की शहादत दिवस पर एक साल के अंदर पांच लाख युवाओं को नौकरी देने के संकल्प पूरा किया। यह शहीदों के बलिदान का अपमान भी है। शहीद के नाम पर राजनीति करनेवालों को लोग सबक सिखायेंगे। हेमंत सरकार ने नई नौकरी तो दूर की बात है, हमारी सरकार के समय जिन्हें ने नौकरी मिली, उनके पेट पर भी लात मारने का काम किया है। हेमंत सरकार अखबारों में सुर्खियां पाने के लिए केवल बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रही है। उनकी नियत काम करने की नहीं है। राज्य में अवैध कोयला, बालू, पत्थर आदि का काम बढ़ गया है। ट्रांसफर पोस्टिंग में पैसों का खेल चल रहा है, जो नक्सलवाद समाप्ति की ओर था फिर से अपने पैर पसारने लगा है। यह है हेमंत सरकार की एक साल की उपलब्धि।
श्री दास ने कहा कि वैश्य समाज ने हमेशा देश को पहले पायदान पर रखा है। अभी देश में विघटनकारी शक्तियां बहुत ज्यादा सक्रिय हैं। हमें अपनी मांगों के साथ-साथ यह भी ध्यान रखना है कि कहीं कोई विघटनकारी शक्ति देश को तोड़ने में सफल ना हो। आज देश को जोड़ने की जरूरत है। हमें जात पात के नाम पर देश को टूटने नहीं देना है। अपनी मांगों को मनाते हुए देश के लिए भी कार्य करना है। दानवीर भामाशाह जिन्होंने अपना सर्वस्व लुटा कर समाज के हर तबके के लिए कार्य किया, हम उनके वंशज हैं। हमें अपने पूर्वजों के दिखाए मार्ग पर चलते हुए देश को पहले पायदान पर रखते हुए कार्य करना है। उन्होंने कहा कि हम सभी को एकजुट रहते हुए देश सेवा करनी है।
कार्यक्रम में रांची के सांसद संजय सेठ, गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, पूर्व मंत्री रामचंद्र केसरी, झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहू, वीरेंद्र कुमार, इंदु भूषण गुप्ता, श्रीमती रेखा मंडल, संजीव चौधरी, हीरा नाथ साहू, परशुराम प्रसाद, हलदर साहू, लखन अग्रवाल समेत झारखंड के विभिन्न जिलों से आए वैश्य मोर्चा के अधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।