धनबाद। मुनीडीह भूमिगत खदान में कार्यरत इंदु जेडएमजे आउटसोर्सिंग कंपनी की 16 नंबर सीम में काम से बैठाये गए मजदूरों ने अपना बेमियादी धरना समाप्त कर दिया। कंपनी प्रबंधन ने धरनार्थियों को बातचीत के लिए बुलाया। इस दौरान कंपनी ने मजदूरों की बर्खास्तगी के आदेश को तत्काल निरस्त कर दिया। कहा कि बीसीसीएल की ओर से निर्धारित रकम मिलते ही मजदूरों को इंदु प्रबंधन की ओर से भुगतान कर दिया जाएगा।
सात दिसंबर की रात इंदु जेडएमजे ने एक नोटिस जारी कर 16 नंबर सीम को बंद करने की घोषणा की थी। साथ ही इस सीम में काम कर रहे 240 कर्मचारियों में तमाम ठेका मजदूरों को काम से हटाने की भी घोषणा कर दी। विरोध जताने पर प्रबंधन ने कहा कि बीसीसीएल ने भुगतान बंद कर रखा है। तकरीबन 14 लाख रुपया बकाया हो गया है और कंपनी घाटे में जा रही है। लिहाजा सीम बंद करने का फैसला किया गया है। अचानक लिए गए फैसले से बेरोजगार हुए ठेका मजदूरों ने मुनीडीह परियोजना के मुख्य गेट के समक्ष आंदोलन शुरू कर दिया। लगातार पांच दिन से चल रहे उनके धरने को विभिन्न श्रमिक संगठनों ने भी समर्थन दिया था। अब बर्खास्तगी रद्द करने के फैसले से मजदूरों में खुशी छा गई है।