अब बिना किसी मदद के घर के बाहर निकल सकेगी सविता दास

झारखंड सरोकार
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जमशेदपुर । अब बिना किसी मदद के सविता दास घर से बाहर निकल सकेगी। पहले उन्‍हें किसी सहारे की जरूरत पड़ती थी। बीते तीन वर्षों से वह बेड पर है। इससे परिवार वालों की भी परेशानी बढ़ गई है।

जिले के पोटका प्रखंड के अंतर्गत डोमजुड़ी गांव निवासी श्यामपद दास की पत्नी सविता दास पिछले 3 साल 8 महीना से लकवा से ग्रसित है। लंबे समय से वह बेड पर ही है। उनकी देखभाल और इलाज खर्च को लेकर परिजनों की परेशानी बढ़ गई है। सबसे ज्यादा दिक्कत खुद सविता दास को ही हो रही थी। क्योंकि बेड पर ही पड़े-पड़े उनकी स्थिति खराब होती जा रही थी। परिवार की माली हालत कमजोर होने के कारण व्हील चेयर का खर्च वहन करना उनके लिए मुश्किल हो रहा था।

इसके बाद परिजनों ने पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी को इसकी जानकारी दी। उनसे व्हीलचेयर उपलब्ध कराने की गुजारिश की। श्री षाड़ंगी ने तत्काल इस दिशा में पहल की। नव्य फाउंडेशन के सौजन्य से सविता दास को व्हीलचेयर उपलब्‍ध करा दिया।

व्हीलचेयर पाकर सविता की आंखें डबडबा गई। मौके पर कुणाल षाड़ंगी ने फाउंडेशन की पूरी टीम का आभार जताते हुए कहा कि ‘अंतरराष्ट्रीय विकलांगता दिवस’ की पूर्व संध्या पर बुजुर्ग की मदद करना सराहनीय है। इसकी मदद से अब वे घर के बाहर निकल पाएंगी। परिवार वालों को भी थोड़ी सुविधा होगी।

इस अवसर पर जि‍प सदस्य सुदीप्तो दे राणा, टीम ‘नव्य फाउंडेशन’ की सदस्य निधि केडिया, डॉ चांदनी श्रीनिवास, फातिमा साहिन, श्वेता, आसनबनी मंडल अध्यक्ष हलधर दास, युवा समाजसेवी निधु दास, अजय पंचम, मिहिर दास, सचिनंदन दास, सुधाकर दास, बबलू दास, चंडीदास, राजू प्रामाणिक, सुभाष पाल, रामजीवन दास, विकास दास, बिधू दास, स्वरूप दास, विश्वरूप दास, प्रभाकर दास और डोमजुडी के ग्रामीण उपस्थित थे।