मुंबई। नई शिक्षा नीति 2020 के अनरूप पुणे के कोथरूड स्थित एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलॉजी विभाग ने अकादमिक का पुनर्गठन किया है। वर्तमान उद्योगों की मांगों देखते हुए यूनिवर्सिटी ने बीटेक पाठ्यक्रमों से जोडे जाने वाले 4 विशिष्ट पाठ्यक्रमों को तैयार किया है।
इनमें लिनिक्स आधारित पायथन लेबोरेटरी (1 क्रेडिट) : इस पाठ्यक्रम के अंत में छात्र समस्याओं के समाधान के लिए पायथन का उपयोग करने के लिए सक्षम होगा। बुनियादी आइओटी प्रयोगशाला (2 क्रेडिट) यह छात्रों को अनुशासन विशिष्ट अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित करेगा। अन्य पाठ्यक्रमों के लिए अवधारणाओं और अनुप्रयोग का समाप्त करने में स्कूलों की मदद करने की अनुमति देगा।
इंजीनियर्स के लिए डेटा सायंस (2 प्लस 1 क्रेडिट) : यह सिद्धांत और प्रयोगशाला को संयोजित करेगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल 2 प्लस 1 क्रेडिट) : पाठ्यक्रम सीखने के बाद छात्रों को अपने डोमेन और परियोजनाओं में एआई ओर एमएल कौशल को लागू करने में सक्षम होगा।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की है। इसमें 4 साल के स्नातक कार्यक्रम के लिए एक पाठ्यक्रम तैयार किया है। यह पाठ्यक्रम कंम्प्यूटर सायंस में कंम्प्यूटर सायंस और बिजनेस सिस्टम्स (सीएसबीएस) के लिए है।
पाठ्यक्रम की मुख्य विशेषत यह है कि इसका डिजाइन टीसीएस ने किया है। टीसीएस द्वारा सभी पाठ्यक्रमों के संचालन के बारे में संकाय सदस्यों के लिए प्रशिक्षण सत्र का आयोजन करेगा। प्रमुख शिक्षाविदों और टीसीएस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इसका संचालन होगा। यहां पर टीसीएस अपने आकलन और छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर चुनिंदा छात्रों को इंटर्नशिप की पेशकर कर सकता है। कुछ विषयों के लिए टीसीएस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा विशेषज्ञों के व्याख्यानों का आयोजन करेगा। साथ ही कुछ पेपर के लिए छात्रों की प्रगति का मूल्यांकन करेगा।
उभरते हुए विषयों एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग, क्लाउड, कम्प्यूटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स से छात्रों को अवगत कराने है, जिससे उन्हें चार साल में उद्योगों के लिए तैयार किया जा सके। एमआइटी डब्ल्यूपीयू अपने चुने हुए बीटेक विशेषज्ञता में कंम्प्यूटर इंजीनियरिंग का विकल्प चुनने का अवसर दे रहा है। यह उद्योग और शिक्षाविदों के बीच की खाई को पाट देगा। पात्र छात्र दो अन्य विषयों में विशेषज्ञता के साथ स्नातक करेंगे।
शैक्षणिक प्रमाणपत्रधारक छात्र एमआइटी डब्ल्यूपीयू में बीटेक लेटरल एंट्री (सीधे दूसरे वर्ष) के माध्यम से खुद को उन्नत कर सकते है, जो उन्हें बीटेक के दूसरे वर्ष में प्रवेश का अवसर मुहैया करा रहा है। प्रमाणपत्रधारक छात्र अब अपनी शाखा के बावजूद किसी भी इंजीनियरिंग विशेषज्ञता के लिए आवेदन कर सकता है। यह सभी मुख्यधारा के इंजीनियरिंग विशेषज्ञता के लिए पेश किया है। साथ ही कंम्प्यूटर इंजीनियरिंग में भी है। वर्तमान में बीटेक लेटरल एंट्री (सीधे दूसरे वर्ष) के लिए प्रवेश खुले हुए है।
पुणे के कोथरूड स्थित एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी में बीटेक प्रवेश के लिए अलग से आवेदन प्रक्रिया होती है।