गोमूत्र में पाये जाने वाला स्वर्ण तत्व मानव शरीर के लिए अमूल्य है : जय नारायण अग्रवाल
रांची। भारत भ्रमण पर निकली अखिल भारत गोरक्षा यात्रा रांची के हरमू रोड स्थित रांची गौशाला पहुंची। सोमवार को हवन और गो पूजन के साथ यात्रा संयोजिका विष्णु प्रिया ने इसके उद्देश्य के बारे में बताया। उन्होंने कहा गौ माता के गोमूत्र, गोबर से हम लोग गौशाला को स्वाबलंबी बना सकते हैं। उनके दूध, दही से पंचगव्य से औषधि का निर्माण कर कई जटिल बीमारियों को समाप्त किया जा सकता है।
यात्रा में शामिल जय नारायण अग्रवाल ने बताया कि गोमूत्र में आज भी स्वर्ण पाया जाता है। यह मानव शरीर के लिए अमूल्य है। गौ माता को बचाने और गौशाला को स्वावलंबी बनाने के उपाय उन्होंने बताएं। उन्होंने कहा गाय को छूने मात्र से मानव शरीर के अंदर नकारात्मक शक्ति समाप्त होती है। गाय और गुरु जहां है, वहीं गुरुकुल है। गाय के गोबर से बनने वाली सामग्रियां हमारे दैनिक उपयोग के लिए लाभप्रद है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से आये लक्ष्मण श्रीवास ने भी गोमूत्र से संबंधित औषधि व पंचगव्य सहित कई जटिल बीमारियों को दूर भगाने पर चर्चा की। बक्सर आश्रम के बजरंग गिरी ने भी अपने विचार रखे। मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष मनीष लोधा, सचिव अमित चौधरी एवं मदद ग्रुप के नितेश लोहिया, मिट्ठू गोपाल अग्रवाल ने आए हुए अतिथियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। रांची गौशाला की ओर से यात्रा में जुड़े लोगों को गौ माता का चित्र भेंट किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रांची गौशाला के उपाध्यक्ष प्रेम अग्रवाल और रतन जालान ने की।
कार्यक्रम में ट्रस्टी शत्रुघ्न लाल गुप्ता, राजकुमार टिबड़ेवाल, उपाध्यक्ष प्रेम अग्रवाल, रतन जालान, सचिव प्रदीप राजगढ़िया, सह सचिव प्रमोद सारस्वत, कोषाध्यक्ष दीपक पोद्दार, कार्यकारिणी सदस्य बसंत गौतम, राजेंद्र बंसल, अरुण बुधिया, राजकुमार केडिया, प्रकाश काबरा, मनीष लोधा, अमित चौधरी, नितेश लोहिया, मिट्ठू गोपाल अग्रवाल सहित अन्य मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन सह सचिव प्रमोद सारस्वत और धन्यवाद सचिव प्रदीप राजगढ़िया ने किया।