सामूहिक कृषि के जरिए नई इबारत लिख रहे हैं किसान

कृषि झारखंड
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  • चालू वित्तीय वर्ष में अबतक 75 लाख रुपये से ज्यादा का कारोबार किया

गुमला। एकता में बल होता है। यह जगजाहिर है। समूह में किये जा रहे काम को सहयोग मिल जाने पर हालात काफी बदल जाते हैं। ऐसा ही हुआ है झारखंड के गुमला जिले के रायडीह में। यहां के किसान केंद्र सरकार से प्रोत्साहन मिलने के बाद सामूहिक कृषि के जरिए सफलता की नई इबारत लिख रहे हैं। अपनी आमदनी भी बढ़ा रहे हैं।

झारखंड के गुमला जिले के रायडीह एग्री प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड ने चालू वित्तीय वर्ष में अबतक 75 लाख रुपये से ज्यादा का कारोबार किया है। इससे चार हजार किसान परिवार जुड़े हैं। कंपनी ने पिछले डेढ़ साल में करीब डेढ़ करोड़ का कारोबार किया है। रायडीह एग्री प्रोडयूसर कंपनी से 14 हजार किसानों को जोड़ने की योजना है।

किसानों को मिल रहे प्रोत्साहन के बाद कृषि क्षेत्र का कायाकल्प होता दिख रहा है। गुमला में किसानों ने सामूहिक कृषि का अदभूत नजारा पेश किया है। करीब डेढ़ साल पहले 10 किसानों ने गुमला रायडीह एग्री प्रोडयूसर कंपनी बनाई। आज इससे चार हजार से ज्यादा किसान जुड़ चुके हैं। एग्री प्रोडयूसर कंपनी का संचालन महिला द्वारा किया जाता है। कंपनी की डायरेक्टर कमला सिंह ने बताया कि वे लोग पशुधन, कृषि, वन उपज और मत्स्य पालन में किसानों को आवश्यक मदद और सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं।

एग्री प्रोडयूसर कंपनी से जुड़कर इलाके के किसान खुशहाल बन रहे हें। डायरेक्टर सुनीता देवी और संतोषी देवी का कहना है कि कंपनी की सक्रियता के कारण इलाके में बिचैलियों पर भी अंकुश लगा है। किसानों को बेहतर बाजार उपलब्ध हुआ है। कंपनी से जुड़ी डायरेक्टर जानकी देवी ने बताया कि पहले उनलोगों को जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पाती थी। हालांकि अब सभी व्यवस्थाएं बेहतर हो गई हैं, जिसका सीधा फायदा किसानों को मिल रहा है।

जोहार परियोजना के क्षेत्रीय परियोजना अधिकारी अंकित श्रीवास्तव ने बताया कि इस कंपनी से 14 हजार परिवारों को जोड़ने का लक्ष्य है। फिलहाल चार हजार से ज्यादा किसान परिवार जुड़ चुके हैं। खास बात यह है कि डेढ़ साल में कोरोना जैसी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद किसानों ने डेढ़ करोड़ तक का कारोबार किया है। सरकार के सतत प्रयासों से कृषि विकास और किसान कल्याण की बातें अब सच होती दिख रही है।