रांची। किसानों के अखिल भारतीय आंदोलन को बैंक इंप्लाषइज फेडरेशन (बेफी), झारखंड ने समर्थन दिया है। बैंक कर्मचारी 7 दिसंबर को इनके आंदोलन के समर्थन में रांची के मशाल जुलूस में हिस्सा लेंगे। 8 दिसंबर, 2020 के जनता कर्फ्यू/भारत बंद के आह्वान का समर्थन करते हैं।
फेडरेशन के महामंत्री एमएल सिंह ने कहा कि बेफी किसान संगठनों द्वारा किसान विरोधी तीनों कानूनों एवं जनविरोधी बिजली (संशोधन) बिल को रद्द करने के लिए चल रहे आंदोलन का पूर्णतः समर्थन करता हैं। केंद्र सरकार द्वारा लाया गया यह बिल पूर्णतः किसान एवं जनविराधी है। यह बड़े पूंजीपतियों के पक्ष में है।
फेडरेशन ने कहा कि केंद्र सरकार जान बूझकर टालमटोल की नीति अपनाते हुए इस आंदोलन को तोड़फोड़ करने की साजिश कर रही है। पिछले दिनों सरकार द्वारा किसानों के उपर लाठी चार्ज किया गया। इस शीतलहरी के दौर में पानी का बौछार किये गये। अश्रु गैस छोड़े गये। कहीं-कहीं गड्ढे खोदकर और बैरक आदि का प्रयोग कर बाधा डाला गया। यह कदम पुनः अंग्रेजों के समय की गुलामी की याद दिला देती है।
श्री सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा दी जा रही दलीलें मात्र जुमला के अलावा कुछ नहीं है। हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि तत्काल किसान एवं कृषि विरोधी कानूनों और बिजली संशोधन बिल को वापस करे। बैंक कर्मचारी आज इनके आंदोलन के समर्थन में रांची के मशाल जुलूस में हिस्सा लेंगे। कल जनता कर्फ्यू/भारत बंद के आह्वान का समर्थन करते हैं। आम मेहनतकश से अपील करते हैं कि इनकी न्यायोचित मांगों को देखते हुए इनके आंदोलन को सफल करें।