कोडरमा । झारखंड के कोडरमा जिले के उपायुक्त (DC) रमेश घोलप ने दीपावली पर अनोखी पहल की। उनके इस कदम की सभी जगह तारीफ हो रही है। दरअसल, पत्नी संग उपायुक्त ने राज्य के आदिम जनजाति बिरहोर परिवारों के साथ दिवाली मनाई। उन्हें दीया-बाती, मिठाई, ब्लैंकेट, पाठय सामग्री भी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘सब के साथ दिवाली के लिए खास घर पर बनायी गयी मिठाइयां खायी’।
बतातें चलें कि महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के वारसी तहसील के महगांव में जन्मे रमेश घोलप कठिन परिस्थिति के बावजूद आईएएस बनें। बचपन में पिता का साया उठने के बाद उनका भरण पोषण मां ने किया। मां चूड़ियां बेचकर घर चलाती थीं। श्री घोलप खुद 10 साल की उम्र तक मां के साथ उनका हाथ बंटाते थे।
साल 2005 में इंटर की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने 2008 में टीचिंग में डिप्लोमा हासिल किया। शिक्षक की नौकरी की। उसी समय, शिक्षकों के आंदोलन का नेतृत्व करने के दौरान तहसीदार के पास जाना हुआ करता था। वहीं से मन में कौतूहल जागा और 2010 में यूपीएससी में 287 रैंक हासिल कर ही गांव लौटे। पहली पोस्टिंग होने के बाद वे पहले दिन दफ्तर में अपनी मां को लेकर गये थे।