- जांच के लिए जिला प्रशासन बनायेगा स्टैटिक टेस्टिंग सेंटर
- संक्रमण की रोकथाम के लिए गठित कोषांगों की हुई समीक्षा
रांची । झारखंड की राजधानी रांची में अगर आप बिना मास्क के नजर आये तो जिला प्रशासन आपकी कोविड-19 जांच करायेगा। इसके लिए दो स्थानों चर्च कॉम्प्लेक्स के पास (सैनिक मार्केट) और खादगढा बस स्टैंड, कांटाटोली में स्टैटिक टेस्टिंग सेंटर लगाये जायेंगे। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी दिशा निर्देशों के उल्लंघन के बाद सील किये गये दुकानों/प्रतिष्ठानों के सभी कर्मियों की कोरोना जांच के बाद ही प्रतिष्ठान को खोले जाने की अनुमति मिलेगी।
रांची उपायुक्त छवि रंजन ने सोमवार को कोविड-19 की रोकथाम के लिए बनाये गये विभिन्न कोषांगों की समीक्षा बैठक के दौरान ये निर्देश दिये। रांची समाहरणालय स्थित उपायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी, सहयोगी पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।
जांच बढ़ाने को लेकर दिये आदेश
उपायुक्त ने सबसे पहले रांची जिला में विभिन्न स्थानों पर की जा रही कोविड-19 जांच की जानकारी ली। टेस्टिंग सेल के प्रभारी को सभी तरह की जा रही टेस्ट की मॉनिटरिंग करते हुए टेस्टिंग बढ़ाने का आदेश दिया। उन्होंने रैपिड एंजीजेन और आरटीपीसीआर टेस्ट के रेसियो मेंटेन करने का निर्देश देते हुए रांची सदर अनुमंडल पदाधिकारी को कोर टीम के साथ समीक्षा करने को कहा।
बेड की संख्या बढ़ाएं
सिविल सर्जन से उपायुक्त ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध बेड की संख्या, आईसीयू, वेंटीलेटर की जानकारी ली। इसकी संख्या बढ़ाने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। सभी कोविड केयर सेंटर में लॉजिस्टिक की उपलब्धता के बारे में जानकारी लेते हुए भी उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। सिविल सर्जन को उपायुक्त ने पारा मेडिकल कर्मियों की टेनिंग, एनेस्थियोलॉजिस्ट की उपलब्धता आदि को लेकर दो महीने का प्लान देने का आदेश दिया।
प्रोटोकॉल का पालन करें
श्री रंजन ने कहा कि होम आइसोलेशन के लिए प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करें। होम आइसोलेशन में मरीज की जांच के लिए उपायुक्त ने ससमय डॉक्टर के विजिट, मेडिकल किट उपलब्ध कराने को लेकर एडीएम लॉ एंड ऑर्डर को आवश्यक आदेश दिये। आइसीएमआर और सीवी पोर्टल पर डाटा अपडेशन को लेकर भी उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी से आवश्यक जानकारी ली।
डीएसपी करे मीटिंग
कांटेक्ट टेसिंग टीम की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को डीएसपी हेडर्क्वाटर की टीम के साथ मीटिंग करने का आदेश दिया। इसके अलावा अन्य कोषांगों के कार्यों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।