रांची। गुरुद्वारा श्री गुरूनानक सत्संग सभा, कृष्णा नगर कॉलोनी ने श्री गुरु गोविंद सिंह जी के 358वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में 25 दिसंबर को प्रभात फेरी निकली गई। प्रभात फेरी सुबह 5.45 बजे गुरुद्वारा साहिब के पार्किंग गेट से निकलकर सोनू मिढा, चंदन अरोड़ा, अर्जुन देव मिढा की गली होते हुए गुरूद्वारा श्री गुरू तेग बहादुर साहेब पहुंची। वहां से फेरी हरगोबिन्द गिरधर, जीवन दास मिढा की गलियों से होते हुए वापस गुरुद्वारा साहिब के पार्किंग गेट पहुंचकर मनीष मिढ़ा के अरदास के साथ संपन्न हुई।
सत्संग सभा की कीर्तन मंडली की बबली दुआ, गीता कटारिया, शीतल मुंजाल, इंदु पपनेजा, मंजीत कौर, रेशमा गिरधर, बबीता पपनेजा, जसपाल मुजांल ने ‘विसरु नाही दातार अपणा नाम देहु, गुण गावा दिनु रात नानक चाउ एहु..’ एवं ‘डिठा सब संसार सुख ना नाम बिन…’ और ‘नासरो मंसूर गुर गोबिंद सिंह एजदी मंजूर गुर गोबिंद सिंह…’ जैसे अनेक शबद गायन कर गलियों के माहौल को गुरुवाणी मय कर दिया। सरदार छोटू सिंह ने निशान साहिब उठाकर फेरी की अगुवाई की।
मनीष मिढा ने श्रद्धालुओं के घरों के सामने कुशल क्षेम की अरदास की। श्रद्धालुओं ने अपने घरों के सामने साफ-सफाई कर तथा प्रभात फेरी में शामिल गुरु रूप साध संगत पर पुष्प वर्षा कर फेरी का श्रद्धाभाव से स्वागत किया। फेरी की समाप्ति पर गुरुद्वारा साहिब में संगत के लिए चाय नाश्ते का लंगर चलाया गया।
प्रभात फेरी में द्वारका दास मुंजाल, अर्जुन देव मिढा, जीवन मिढा, मोहन काठपाल, हरगोविंद सिंह, अशोक गेरा,अनूप गिरधर, रमेश पपनेजा, सुंदर दास मिढा, इंदर मिढा, हरीश तेहरी, अमर मदान, रौनक ग्रोवर, जगदीश मुंजाल, कमल मुंजाल, बसंत काठपाल, आशु मिढ़ा, नवीन मिढ़ा, अनूप गिरधर, बिनोद सुखीजा, महेंद्र अरोड़ा, जीतू काठपाल, गौरव मिढ़ा, मनीष मल्होत्रा, रमेश तेहरी, भगवान दास मुंजाल, अश्विनी सुखीजा, कमल अरोड़ा, कमल तलेजा, जितेश बेदी, कुणाल चूचरा, उमेश मुंजाल, हरविंदर सिंह, वंश डावरा, मोहित झंडई, अमन डाबरा, पीयूष तलेजा शामिल थे।
इसके अतिरिक्त उषा झंडई, गुड़िया मिढ़ा, सुषमा गिरधर, नीता मिढा, रूपा मिढ़ा, दुर्गी देवी मिढा, खुशबू मिढा, रानी तलेजा, बंसी मल्होत्रा, मनोहरी काठपाल, सावित्री दुआ, अमर मुंजाल, सपना काठपाल, श्वेता मुंजाल, बिमला मिढ़ा, मीना गिरधर, अमर बजाज, गूंज काठपाल, ममता थरेजा, नीतू किंगर, ममता सरदाना समेत अन्य शामिल थे।
सत्संग सभा के सचिन अर्जुन देव मिढ़ा ने कॉलोनी की संगत से इसी तरह रोजाना बढ़-चढ़कर प्रभात फेरी में हाजिरी भरकर गुरु घर की खुशियां प्राप्त करने का आह्वान किया है।
विशेष दीवान सजाया गया
दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों की शहादत को स्मरण करते हुए शहीदी सप्ताह आयोजन के अंतर्गत 25 दिसंबर को गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा में विशेष दीवान सजाया गया। दीवान की शुरुआत शाम 8 बजे हजूरी रागी जत्था भाई महिपाल सिंह जी द्वारा ‘वाहो वाहो गोबिंद सिंह आपे गुर चेला..’ शबद गायन से हुई।
गुरुद्वारा के हेड ग्रंथी ज्ञानी जिवेंदर सिंह जी ने कथा वाचन करते हुए संगत को बताया कि यह अतीत हजारों वर्ष पुराना नहीं है कि समय के पहियों ने चमकौर और सरहिंद के युद्ध की रेखाओं को धुंधला कर दिया हो। जहां एक ओर धार्मिक कट्टरता और उसमें अंधी होकर बढ़ी मुगल सल्तनत थी, तो वहीं दूसरी ओर ज्ञान और तपस्या में तपे हुए हमारे गुरु थे, जहां एक ओर आतंक की पराकाष्ठा थी, तो वहीं दूसरी ओर अध्यात्म का शीर्ष था। जहां एक ओर लाखों की फौज थी, वहीं दूसरी ओर अकेले होकर भी निडर खड़े गुरु के वीर साहिबजादे थे। इस युद्ध में गुरु गोबिंद सिंह जी के बड़े साहिबजादे अजीत सिंह और फिर जुझार सिंह शहीद हुए। साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह को वजीर खान ने दीवार में जिंदा चुनवा दिया। शहादत की कथा सुनकर संगत की आंखें भर आई।
दीवान में विशेष रूप से शिरकत करने पहुंचे सिख पंथ के महान कीर्तनी जत्था भाई गुरविंदर सिंघ जी, रुद्रपुर वाले ने ‘इन पुत्रन के शीश पर वार दिये सूत चार, चार मुये तो क्या हुआ जीवत कई हजार…’ और ‘देहु शिवा वर मोहि इहै, शुभ करमन ते कबहूँ न टरौं…’ जैसे कई शबद गायन कर संगत को निहाल किया।
श्री अनंद साहिब जी के पाठ, अरदास, हुक्मनामा एवं कढ़ाह प्रशाद वितरण के साथ दीवान की समाप्ति रात 10.45 बजे हुई। दीवान समाप्ति के उपरांत सत्संग सभा द्वारा गुरु का अटूट लंगर चलाया गया।
यहां सीधे पढ़ें खबरें
खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार अन्य खबरें पढ़ सकते हैं। आप अपने न्यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्टाग्राम, x सहित अन्य सोशल मीडिया के साथ-साथ सीधे गूगल हिन्दी न्यूज पर भी जुड़ सकते हैं। यहां भी खबरें पढ़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।
हमसे इस लिंक से जुड़ें
https://chat.whatsapp.com/F5cUgceY6g88N3vxrwAvdX