- मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में जोड़े गए 11 नए तीर्थस्थल
- सूबे में पंचायत स्वयंसेवक अब कहे जाएंगे पंचायत सहायक
रांची। मंगलवार को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड कैबिनेट की बैठक प्रोजेक्ट भवन में हुई। इसमें 30 प्रस्तावों पर कैबिनेट ने मुहर लगायी। इसमें मुख्य रूप से मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना को मंजूरी दी गयी है। इसके तहत 11 नए तीर्थस्थल जोड़े गए हैं। राज्य के बाहर के 20 तीर्थ स्थानों को जोड़ा गया है।
कैबिनेट ने एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके तहत पंचायत स्वयंसेवकों को अब पंचायत सहायक कहा जाएगा। कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि 1932 का खतियान और सरना धर्म कोड व आदिवासी-मूलवासी के मुद्दे झारखंड के लिए अहम हैं।
झारखंड कैबिनेट से राज्यकर्मियों को भी होली से पहले बड़ा तोहफा मिला है। चंपाई सोरेन कैबिनेट ने महंगाई भत्ते में बढ़ोत्तरी को स्वीकृति दी है। चार फीसदी की वृद्धि की गयी है। होली से पहले राज्य सरकार ने इन्हें सौगात दी है। राज्य कैबिनेट से पारित 30 प्रस्तावों में सड़क निर्माण को भी स्वीकृति दी गयी है।
झारखंड के सरकारी स्कूलों की कक्षा नौवीं से बारहवीं के छात्रों को दी जानेवाली पाठ्यपुस्तकों की राशि में वृद्धि की गयी है। इस कैबेनिट में न्यू झारखंड भवन के लिए 105 करोड़ की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी गयी है।
मुसाबनी से ओडिशा बॉर्डर की सड़क के लिए 35 करोड़ की राशि की मंजूरी दी गयी है। दुमका में रानेश्वर पथ के लिए 65 करोड़ की राशि मंजूर की गयी है।
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चतरा-रांची पथ के लिए कैबिनेट ने राशि की मंजूरी दी है। डीएवी पुंदाग से डीएवी हेहल तक फोर लेन सड़क के लिए राशि की मंजूरी दी है।
प्रेझा फाउंडेशन द्वारा आठ नए राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज का संचालन किया जाएगा। आज यानी मंगलवार की कैबिनेट की बैठक में राज्यकर्मियों के परिवहन भत्ता में संशोधन को स्वीकृति दी गयी है।