बगहा। बड़ी खबर बिहार के पश्चिम चंपारण के बगहा-1 प्रखंड के बांसगांव से आ रही है, जहां परसौनी मध्य विद्यालय में सोमवार को मिड डे मील खाने के बाद 171 बच्चे बीमार हो गये। भोजन के बाद उन्हें उल्टी-दस्त और पेट दर्द के साथ चक्कर आने लगे। एक साथ इतने बच्चों के बीमार होने से स्कूल में अफरा-तफरी मच गई।
जानकारी मिलते ही अभिभावक भी स्कूल पहुंच गए और बच्चों को लेकर बगहा अनुमंडल अस्पताल और रामनगर पीएचसी भागे। 96 बच्चों को बगहा अनुमंडल अस्पताल व 75 को रामनगर पीएचसी में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखकर कक्षा छह के अजीत कुमार, सातवीं के मंजीत कुमार व राजकुमार राम, चौथी के संदीप कुमार राम व आठवीं के उत्तम कुमार को जीएमसीएच, बेतिया रेफर कर दिया है। वहीं, ठीक होने वाले अधिकतर बच्चों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
बच्चों के बीमार होने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने भी अपने वाहन से बच्चों को भर्ती कराया। घटना से परिजन आक्रोशित हो गये। स्कूल में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। परिजनों और लोगों का आक्रोश देखकर रसोइया और शिक्षक स्कूल छोड़कर फरार हो गये।
सूचना पर डीईओ रजनीकांत प्रवीण भी रामनगर पीएचसी पहुंचे। उन्होंने बच्चों की हालत की जानकारी ली। डीपीओ एमडीएम कुणाल गौरव ने बताया कि मैं पटना से बैठक में शामिल होकर लौट रहा हूं। मैं सीधे अस्पताल आकर बच्चों की जानकारी लूंगा।
पुलिस ने प्रभारी एचएम सुजीत कुमार राम को थाना लाया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। भैरोगंज थानाध्यक्ष भरत प्रसाद ने इसकी पुष्टि की है। रामनगर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रभूषण ने बताया कि डॉक्टरों की टीम बच्चों का इलाज कर रही है। उनके यहां के तीन बच्चों की हालत नाजुक देखकर जीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। शेष 72 बच्चे खतरे से बाहर हैं।
बीआरसी से मिली जानकारी के अनुसार, भोजन में केरोसिन गिरा था। वही भोजन बच्चों को परोसा गया है। मामले की जांच की जाएगी, दोषियों पर कार्रवाई तय है। बताया गया कि मिड डे मील परोसा गया, तो उससे केरोसिन की गंध आ रही थी।
बच्चों ने उसे खाने से इनकार कर दिया, लेकिन शिक्षकों और एचएम ने बच्चों को जबरन भोजन करने को कहा। खाने के कुछ देर बाद बच्चों को उल्टी-दस्त, पेट दर्द और चक्कर आने की शिकायत होने लगी।