गर्भगृह में विराजमान हुए प्रभु श्रीराम, 22 जनवरी को की जाएगी प्राण प्रतिष्ठा

उत्तर प्रदेश
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अयोध्या। लंबे इंतजार के बाद राम मंदिर के गर्भगृह में प्रभु श्रीराम की मूर्ति को स्थापित कर दिया गया। विधि-विधान के साथ प्रभु श्रीराम की मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित किया गया है। इसमें करीब 4 घंटे से ज्यादा का वक्त लगा है। रामलला का आसन 3.4 फीट ऊंचा है, जिसे मकराना पत्थर से बनाया गया है। बताते चलें कि, रामलला की 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी।

इससे पहले बुधवार को रामलला की मूर्ति को बुधवार रात यहां राम मंदिर के गर्भगृह में लाया गया। श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने यह जानकारी दी। मूर्ति को अंदर लाने से पहले गर्भगृह में एक विशेष पूजा आयोजित की गई।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अनुष्ठान किए जा रहे हैं। इससे पहले बुधवार को कलश पूजन का आयोजन किया गया। राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार अनुष्ठान 21 जनवरी तक जारी रहेंगे और प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए आवश्यक हर अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। 121 ‘आचार्य’ अनुष्ठान का संचालन कर रहे हैं।

राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर एक बजे समाप्त होने की उम्मीद है। 22 जनवरी 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे। इस खास मौके पर देश की तमाम बड़ी हस्तियों को अलग-अलग क्षेत्रों में अपना योगदान देने वाले खास लोगों को भी आमंत्रित किया गया है।

इस समारोह में आने वाले समाज के सभी वर्गों को शामिल होने का अमंत्रण दिया गया है। यहां बता दें कि राम मंदिर में जब प्राण प्रतिष्ठा होगी तो गर्भगृह में केवल पांच लोग ही रहेंगे। जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी और राज्यपाल आनंदबेन पटेल भी हैं।