नई दिल्ली। बड़ी खबर आ रही है, इजरायल और हमास के बीच हुए समझौते के तहत गाजा में सीजफायर दो दिन और बढ़ा दिया है। पहले हुए समझौते के तहत सीजफायर का सोमवार को आखिरी दिन था, लेकिन मिस्त्र, कतर और अमेरिका की कोशिशों से इसे दो दिन और यानी कि मंगलवार और बुधवार तक बढ़ा दिया गया, जिसके बाद भी बंधकों-कैदियों की रिहाई जारी है।
इजरायल सरकार ने अपनी जेलों में बंद 30 फिलिस्तीनी कैदियों को मंगलवार को रिहा कर दिया। ये जानकारी द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के हवाले से दी गई है। इज़रायल जेल सेवा ने पुष्टि करते हुए कहा कि उसने गाजा में इजरायली बंधकों की रिहाई के लिए हुए समझौते के तहत 30 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया।
द टाइम्स ऑफ इज़रायल ने बताया कि कतर के मुताबिक, रिहा होने वाले कैदियों की लिस्ट में 15 महिलाएं और 15 नाबालिग शामिल हैं। फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले हमास ने भी इजरायली बंधकों को रिहा किया है।
जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, बढ़े हुए सीजफायर के पहले दिन हमास ने इजरायल के 12 बंधकों को रिहा कर दिया, जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। बंधकों में मुख्य रूप से बुजुर्ग और उनके परिवार के कुछ सदस्य शामिल हैं।
समझौते के तहत इजरायल ने प्रतिदिन करीब छह घंटे के लिए एन्क्लेव के ऊपर एयर सर्विलांस को रोक दिया है, ताकि हमास अलग-अलग जगहों पर रखे गए सभी बंधकों का पता लगा सके। बता दें कि अब तक गाजा से 60 महिलाओं और बंधक बच्चों को रिहा कराया जा चुका है।
जेरूसलम पोस्ट के मुताबिक, एक अलग समझौते के तहत, एक फिलिपिनो और 25 थाई नागरिकों को भी रिहा किया गया। साथ ही एक इजरायली रूसी नागरिक को भी रिहा कर दिया गया है। इससे पहले हमास के चंगुल से पिछले महीने चार महिलाओं को भी मुक्त कराया गया था, जिनमें से दो अमेरिकी और दो इजरायली नागरिक थीं।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि उनका देश सभी बंधकों की वापसी, हमास के खात्मे और यह वादा करने के लिए प्रतिबद्ध है कि गाजा अब इजरायली नागरिकों के लिए खतरा पैदा नहीं करेगा।
इजरायली पीएम ने एक्स पर अपने आधिकारिक पोस्ट में लिखा, “हम अपने मिशन को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे सभी किडनैप लोगों की वापसी, जमीन के ऊपर और नीचे हमास का सफाया, और यह वादा कि गाजा अब इजरायल के नागरिकों के लिए खतरा पैदा नहीं करेगा।”