नई दिल्ली। बड़ी और दुखद खबर नेपाल से आई है, जहां शुक्रवार रात जब लोग सोने की तैयारी कर रहे थे, तभी इस दौरान धरती डोल गई। भूकंप की तीव्रता 6.4 थी। इसकी वजह से भारी नुकसान हुआ है।
6.4 तीव्रता वाले भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गईं, जिससे अब तक 128 लोगों की मौत की खबर आ रही है। यह मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। मलबे में दबने के कारण कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भूकंप के कारण ज्यादातर की मौत रुकुम पश्चिम और जाजरकोट में हुई है। मृतकों की जानकारी रुकुम पश्चिम के डीएसपी नामराज भट्टराई और जाजरकोट के डीएसपी संतोष रोक्का की ओर से दी गई है।
इससे पहले एक न्यूज एजेंसी ने खबर दी थी कि रुकुम पश्चिम में कम से कम 36 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। यह अपडेट सुबह 5 बजे तक का है।
रुकुम पश्चिम के मुख्य जिला अधिकारी हरि प्रसाद पंत ने इस बाबत जानकारी दी। जाजरकोट में कम से कम 34 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कई लोग घायल हैं। कुछ गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए सुर्खेत भेजा गया है। जजरकोट के मुख्य ज़िला अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। मरने वालों की कुल संख्या 70 हो गई है।
भूकंप की तीव्रता इतनी जोरदार थी कि इसके झटके दिल्ली-एनसीआर में भी महसूस किये गये। भूकंप से सहमे लोग अपने घरों से बाहर निकल गये। रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर आए भूकंप के कारण लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना पड़ा। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान (एनसीएस) की मानें तो, भूकंप का केंद्र नेपाल में अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई में था।
बताते चलें कि, नेपाल में एक महीने में तीसरी बार तेज भूकंप आया है। भूकंप के झटके दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए, जिसके चलते ऊंची इमारतों में रहने वाले कई लोग बाहर निकलते देखे गये।
भूकंप के झटके उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बस्ती, बाराबंकी, फिरोजाबाद, अमेठी, गोंडा, प्रतापगढ़, भदोही, बहराइच, गोरखपुर और देवरिया जिलों के अलावा बिहार के कटिहार, मोतिहारी तथा पटना में भी लोगों ने महसूस किए।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सतना और रीवा में भी भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किए। प्रदेश के आगर मालवा और मुरैना जिले के कुछ हिस्सों में भी धरती कांपी। जानकारी में प्रदेश में किसी तरह के नुकसान की खबर फिलहाल नहीं है।
इधर, हरियाणा के गुरुग्राम सहित कई इलाकों में भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किये। रातभर लोग भूकंप के बाद के हालात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करते नजर आए। इनमें पंखे और सीलिंग लाइट हिलती दिख रही है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ देश के भूकंप प्रभावित इलाकों के लिए रवाना हो चुके हैं। भूकंप ने नेपाल के कई इलाकों में तबाही मचाई है। PMO की ओर से जानकारी दी गई कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ डॉक्टरों और सहायता सामग्री के साथ भूकंप प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हुए।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में भूकंप के कारण हुए जान-माल के नुकसान पर शनिवार को दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत अपने पड़ोसी देश के साथ एकजुटता से खड़ा है और उसे हर संभव मुहैया कराने के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ‘एक्स’ पर लिखा कि नेपाल में भूकंप के कारण हुए जान-माल के नुकसान को लेकर बहुत दुखी हूं। भारत नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और हर संभव मदद मुहैया कराने के लिए तैयार है। हम शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।