पारा शिक्षकों की कांग्रेस कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल, रखीं ये मांगें

झारखंड
Spread the love

रांची। झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ की राज्य इकाई के सदस्‍यों ने गांधी जयंती पर रांची स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में 24 घंटे का भूख हड़ताल किया। घोषणापत्र का अनुपालन नहीं होने की स्थिति में ‘वादा पूरा करो सरकार, सहायक अध्यापक आपके द्वार’ सांगठनिक कार्यक्रम के तहत इसका आयोजन किया गया।

संघ के प्रदेश अध्‍यक्ष मोहम्‍मद सिद्दीक शेख ने बताया कि कल यानी 3 अक्टूबर को सुबह 10:30 बजे भूख हड़ताल का समापन झारखंड मुक्ति मोर्चा के रांची स्थित केन्द्रीय कार्यालय के सामने होगा। इस दौरान धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं कांग्रेस के महागठबंधन ने गत विधानसभा चुनाव के पूर्व वादा किया था कि सरकार बनने के तीन माह के अंदर सभी पारा शिक्षकों को वेतनमान दिया जाएगा।

प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि सरकार बनने से पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने भी ‘संविदा-संवाद’ नामक हमारे कार्यक्रम में वादा किया था कि सरकार बनने के साथ ही ‘समान काम के समान वेतन’ के तहत पारा शिक्षकों को वेतनमान का तोहफा दिया जाएगा। हालांकि सरकार बनने के चार वर्ष गुजर जाने के बाद भी वेतनमान सहित अन्य मुद्दों पर सकारात्मक पहल नहीं किए जाने से राज्य भर के सहायक अध्यापकों में आक्रोश है।

कांग्रेस कार्यालय में कार्यालय प्रभारी अमुल्य नीरज खलखो के माध्यम से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मांग पत्र दिया गया।

कार्यक्रम में संघ के प्रदेश संरक्षक सुशील कुमार झा, प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद सिद्दीक शेख, प्रधान सचिव सुमन कुमार, नीरज कुमार, मुकेश कुमार, अशोक चक्रवर्ती, अरुण कुमार झा, एजाजुल हक, साकेत शेखर, युधिर मंडल,  नसीम अहमद, नसीमुद्दीन, अभिराम मुर्मू, प्रीति सिंह, पप्पु सिंह, विजय लेंका, अजीत सिंह, रोहीत सिंह, राजेश कुमार, माणिक मण्डल, सुरेंद्र भंडारी, दिलशाद अहमद, पिंकी राय, मुकेश यादव, शमसुल हक, निलामबर रजवार, रमेश सिंह ,छोटन प्रसाद राम, नगेंद्र कुमार, रुद्र प्रताप महतो, मोतीउर रहमान, फिरोज अहमद,  मकसुद शेख ,फाल्गुनी यादव, भीम यादव, सुमन राय, रोहि‍त सिंह, सुमन लता पांडेय, महफूज आलम भी उपस्थित थे।

ये मांगें रखीं गई

  • आकलन परीक्षा के प्रश्न पत्र के त्रुटिपूर्ण उत्तर का अंक सभी परीक्षार्थियों को दिया जाए।
  • राज्य के लापरवाह पदाधिकारियों के कारण 5000 सहायक अध्यापक आकलन परीक्षा से वंचित हो गए। वंचित एवं असफल सहायक अध्यापकों के लिए आकलन परीक्षा यथाशीघ्र आयोजित की जाए।
  • आकलन परीक्षा के प्रश्न जेटेट और सीटेट से भी कठिन स्तर के थे। अत: आकलन परीक्षा में उत्तीर्ण सहायक अध्यापकों के मानदेय को बिना विलम्ब किये वर्तमान में टेट सफल सहायक अध्यापकों के मानदेय के समानान्तर किया जाय।
  • हेमन्त सरकार द्वारा चुनाव पूर्व और संविदा संवाद कार्यक्रम में घोषित वेतनमान के वादे को पूरा किया जाए।
  • बिहार की तर्ज पर झारखंड के सहायक अध्यापकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए।
  • दिवंगत शिक्षामंत्री के घोषणा अनुरूप सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली 2021 लागू होने के बाद मृत और सेवानिवृत्त सहायक अध्यापकों के परिवार को प्रावधान को लचीला कर अनुकम्पा का लाभ एवं कल्याण कोष मे जमा 10 करोड़ से 5 लाख का सहयोग दिया जाए।
  • सहायक अध्यापकों के साथ न्याय करते हुए आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका की तरह सेवानिवृत्त 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष किया जाए।
  • दिवंगत शिक्षामंत्री स्वर्गीय जगरनाथ महतो की घोषणा के अनुरूप EPF मार्च, 2022 से लागू किया जाए।
  • सेवा पुस्तिका का संधारण किया जाए।
  • नगर निगम एवं शहरी क्षेत्र में रहने वाले सहायक अध्यापकों के लिये उनके मानदेय में 4% वार्षिक वृद्धि का स्पष्ट आदेश दिया जाए।
  • किसी मामले मे जेल गए सहायक अध्यापकों के बरी हो जाने के बावजूद उन्हें विद्यालय में योगदान करने से रोका जा रहा है। ये सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली का उल्लंघन है। कृपया योगदान कराने के निमित्त स्पष्ट निर्देश निर्गत किया जाए।
  • मेडिकल, अवैतनिक एवं अन्य अवकाश के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किया जाए। चिकित्सा अवकाश पर गए सहायक अध्यापकों के रोके गए मानदेय का भुगतान अविलंब किया जाए।

खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्‍यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार खबरें पढ़ सकते हैं।

आपका अपना न्‍यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्‍टाग्राम, ट्वि‍टर सहित अन्‍य सोशल मीडिया के साथ सीधे गूगल पर जाकर भी जुड़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।