हजारीबाग/रांची। रविवार को हजारीबाग समाहरणालय के सभागार में डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बैठक की। इसमें हजारीबाग, चतरा, रामगढ़, कोडरमा व गिरिडीह के पुलिस अधीक्षकों तथा अन्य वरीय अधिकारी शामिल थे। बैठक में हजारीबाग रेंज में अपराध नियंत्रण और विधि-व्यवस्था संधारण के लिए तथा नक्सलियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियानों की समीक्षा की।
डीजीपी ने हत्या, डकैती, लूट, चोरी, गृहभेदन, स्नेचिंग, आर्म्स एक्ट, फिरौती के लिए अपहरण, संगठित आपराधिक गिरोह की ओर से रंगदारी, बलात्कार, पॉक्सो एक्ट व अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्रतिवेदित कांडों तथा उसके निष्पादन पर चर्चा की।
डीजीपी ने अपराध नियंत्रण के लिए संगठित आपराधिक गिरोहों के सरगना और उसमें शामिल सदस्यों को चिन्हित करते हुए सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
साथ ही जमानत पर छूटे अपराधियों की वर्तमान गतिविधि पर लगातार निगरानी रखते हुए सीसीए के प्रावधानों के तहत कार्रवाई करने पर बल दिया। संगठित आपराधिक गिरोह के फरार सदस्यों को हर हाल में गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया।
अंतरजिला-अंतर्राज्यीय आपराधिक गिरोह के सदस्यों पर नकेल कसने के लिए क्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक को विशेष रूप से निर्देशित किया गया। जिले में सक्रिय टॉप 10 अपराधियों को अविलम्ब गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने सक्रिय अपराध कर्मियों के विरुद्ध सीसीए के तहत किस जिले से कितने प्रस्ताव भेजे गये, कितने अपूर्व हुए एवं कितने पेंडिंग हैं की जानकारी ली। बैठक में लंबित वारंट कुर्की का त्वरित गति से निष्पादन करने का निर्देश सभी एसपी को दिया। इसके लिए लगातार अभियान चलाकर वारंटियों को गिरफ्तार करने को कहा।
इसके अलावा लंबित मामलों, वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ चल रहे अभियान, उग्रवादियों की चल-अचल संपत्तियों की जब्ती के प्रस्तावों की स्थिति, फरार नक्सली कमांडरों के खिलाफ इनाम की घोषणा के प्रस्तावों की स्थिति, पांच वर्ष और दस वर्ष से अधिक अवधि से लंबित मामलों की समीक्षा भी की गई।
डीजीपी ने कहा कि ड्रग्स (नारकोटिक्स) नेटवर्क और अवैध शराब व्यवसाय से जुड़े अपराधियों का पता लगाकर उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें। संगठित रूप से किये जाने वाले अवैध उत्खनन पर पूरी तरह से रोक लगाने और उसपर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने एनटीपीसी के क्षेत्रों में लाइट एवं सीसीटीवी लगाने की बात कही।
उन्होंने सभी जिला में समय एवं स्थान बदलकर वाहन चेकिंग कराने तथा बस स्टैण्ड, टेम्पो स्टैण्ड एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों के आसपास पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था कराने का निर्देश दिये। साथ ही सोशल मीडिया के सभी साधनों पर निगरानी रखने की आवश्यकता पर भी डीजीपी ने बल दिया।
बैठक में एडीजी मुख्यालय मुरारीलाल मीना, एडीजी अभियान संजय आनन्दराव लाठकर, आईजी मनोज कौशिक, आईजी मानवाधिकार अखिलेश झा, आईजी अभियान अमोल वेनुकांत होमकर सहित अन्य अधिकारी शामिल थे।