नई दिल्ली। 48 साल बाद वेस्टइंडीज वर्ल्ड कप से बाहर हो गयी है। जी हां! आपने ठीक सुना। आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए क्वालीफायर राउंड में ही दो बार की विश्व विजेता छोटी टीमों से हारकर बाहर हो गई है।
वेस्टइंडीज के लिए क्वालीफायर राउंड के सुपर सिक्स में सभी मुकाबले जीतने जरूरी थे, लेकिन हरारे में खेले गए पहले ही मैच में स्कॉटलैंड ने बड़ा उलटफेर करते हुए वेस्टइंडीज के वर्ल्ड कप में पहुंचने के सपने को चकनाचूर कर दिया है।
इस मैच में वेस्टइंडीज पर स्कॉटलैंड ने 7 विकेट से बड़ी जीत दर्ज की है। वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कॉलैंड की टीम को महज 182 रनों का लक्ष्य दिया था। इस लक्ष्य को स्कॉटिश टीम ने बड़ी आसानी से हासिल कर लिया। इस तरह 48 साल बाद कैरेबियाई टीम वर्ल्ड कप से बाहर हो गई। आइये जानते हैं वेस्टइंडीज के बाहर होने की पांच प्रमुख वजहें क्या रहीं?
वेस्टइंडीज ने वर्ल्ड कप क्वालीफायर राउंड को बेहद हल्के में लिया। इससे पहले वेस्टइंडीज ने यूएई के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली थी, जिसमें काइल मेयर्स, जेसन होल्डर, अल्जारी जोसेफ, रोवमैन पॉवेल, अकील हुसैन और रोमारियो शेफर्ड को आराम दिया गया था। इसके बाद क्वालीफायर राउंड में इन सभी खिलाडि़यों को बिना किसी तैयारी के उतार दिया गया।
वेस्टइंडीज के उपकप्तान रोवमैन पॉवेल पहले दो मैच में बेहद खराब शॉट खेलकर आउट हुए। इसके बाद पॉवेल को अगले तीन मैचों में खेलाया ही नहीं गया। वहीं अन्य बल्लेबाजों का प्रदर्शन भी बेदम रहा। अधिकतर बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाते नजर आए। स्कॉटलैंड के खिलाफ करो या मरो के मैच में भी बल्लेबाजों ने कुछ ऐसा ही नजारा पेश किया।
कैरेबियाई टीम की फील्डिंग भी काफी बेदम नजर आई। शुरुआती मैच में यूएसए के गजानंद सिंह को 0 पर जीवनदान मिला, तो उन्होंने नाबाद 101 रन ठोक डाले। जिम्बाब्वे के विरूद्ध मैच में चार कैच छोड़े गए। इसके बाद कोच डेरेन सैमी ने भी वेस्टइंडीज को सबसे खराब फील्डिंग साइड करार दे दिया था। स्कॉटलैंड के खिलाफ भी ब्रैंडन मैकमुलेन का कैच मेयर्स ने छोड़ा, तब वह 21 रन पर थे।
वेस्टइंडीज ने शुरुआती मैचों में जॉनसन चार्ल्स को नंबर 3 पर उतारा, जो कि विशेषज्ञ ओपनर हैं। इनफॉर्म खिलाड़ी यानिक कारिया इंजर्ड होकर टूर्नामेंट से पहले ही बाहर हो गए और वेस्टइंडीज को बिना लेग स्पिनर खेलना पड़ा। जबकि हसारंगा और क्रिस ग्रीव्स ने क्वालीफायर में शानदार प्रदर्शन करते हुए यह साफ कर कि टीम में लेग स्पिनर की काफी जरूरत थी। वहीं शमराह ब्रूक्स भी बीमारी के चलते कुछ मैच नहीं खेल सके।
वेस्टइंडीज को नीदरलैंड के खिलाफ सुपर ओवर में हार का सामना करना पड़ा था। वेस्टइंडीज ने सुपर ओवर अल्जारी जोसेफ के की जगह जेसन होल्डर से कराया। होल्डर ने इस ओवर में 30 रन लुटा दिए। होल्डर ने इस ओवर में फुलटॉस, शॉर्ट और वाइड गेंदें फेंकी, अगर वह यॉर्कर पर फोकस करते तो उनकी टीम वर्ल्ड के लिए क्वालीफाई कर सकती थी।