मध्य प्रदेश। प्रबंधन कोयला कामगारों की सुविधा में लगातार कटौती कर रहा है। कुछ की कटौती का आदेश निकाल दिया गया है। कई बिना आदेश के मौखिक तौर पर हो रहा है। इसी तरह कामगारों को मिली एक सुविधा पर प्रबंधन कुंडली मारकर बैठा है। इसे लेकर यूनियन ने प्रबंधन को पत्र भी लिखा है।
जानकारी के मुताबिक सीआईएल हाउस बिल्डिंग एडवांस के रूप में पात्रता के अनुसार कामगारों को 3 लाख रुपये दिलाए जाने का निर्णय सीआईएल बोर्ड की 360वीं बैठक में हुआ। निर्णय लिए वर्षों बीत जाने के बावजूद भी इसका पालन नहीं किया गया जा रहा है। एनसीएल के कामगारों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
कोयला श्रमिक सभा (एचएमएस) ने यह मुद्दा उठाया है। संगठन के सिंगरौली शाखा के सचिव संजय कुमार मिश्र ने यह मामला उठाया है। उप महाप्रबंधक (कार्मिक/औद्योगिक संबंध) को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि बैठक में लिये गये निर्णय के आधार पर कार्यालय ज्ञापन को तो जारी किया गया, किंतु इसके आधार पर एनसीएल में आज तक किसी प्रकार का प्रोफार्मा आदि नहीं जारी नहीं किया गया। इसके कारण कामगार सीआईएल हाउस बिल्डिंग एडवांस वंचित हैं। अन्य अनुषंगी कंपनियों में कार्यरत कामगारों को इसका लाभ मिल रह है।
सचिव ने इस मामले को गंभीरता से लेने की बात कही है। कामगारों की मकान बनाने, जमीन एवं फ्लैट आदि खरीदने के लिए समय से एडवांस दिलाये जाने की दिशा में सकारात्मक पहल करने की मांग की है, जिससे मधुर औद्योगिक संबंध कायम रहे।