रांची। सरला बिरला विश्वविद्यालय (SBU) की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई वन और टू के स्वयंसेवक और एनएसएस पदाधिकारियों ने गोद लिए गांव आरा, बाडाम एवं जराटोली के विभिन्न हिस्सों में वृहत फलदार पौधों का रोपण 27 जुलाई को किया। आजादी के अमृत महोत्सव और मेरा माटी-मेरा देश कार्यक्रम के तत्वावधान में इसका आयोजन किया गया।
पौधरोपण अभियान में आरा पंचायत से शुरू हुआ। बड़ाम और जराटोली के विद्यालय व मंदिर प्रांगण, सार्वजनिक स्थल, सरना स्थल, चौक चौराहों पर चलाए गए। यहां आम, अमरूद, नींबू, कटहल आदि के सैकड़ों पौधे लगाए गए। बड़ाम टीओपी हनुमान मंदिर में हवलदार उमेश यादव ने नींबू के पौधे लगाए।
विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा, कुलपति प्रोफ़ेसर गोपाल पाठक और कुलसचिव प्रो विजय कुमार सिंह ने विवि की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की है। पर्यावरण संरक्षण के अपने कर्तव्यों के निर्वाह के लिए स्वयंसेवकों को बढ़-चढ़कर सहभागी बनने की सलाह दी।
राष्ट्रीय सेवा योजना के विश्वविद्यालय संयोजक डॉ संजीव कुमार सिन्हा ने ग्रामीणों एवं स्वयंसेवकों को पर्यावरण के महत्व एवं संरक्षण के बारे में जागरूक किया। पौधरोपण की आवश्यकता और उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में डॉ राधा माधव झा, डॉ आरोही आनंद, डॉ नीतू सिंघी, डॉ सरोज कुमार, डॉ भारद्वाज शुक्ला, डॉ रिया मुखर्जी, अभिजीत चटर्जी, पुरुषोत्तम मिश्रा, सुभाष नारायण शाहदेव, संजय कुमार, कैमरामैन आशीष कुमार, आरा ग्राम पंचायत की मुखिया नीता कश्यप, अरविंद कुमार, रणधीर कच्छप, संतु बड़ाईक, सनी यादव, विजय बड़ाईक, राहुल शर्मा, सूरज रमण तिवारी, प्राथमिक विद्यालय बाडाम के हेड मास्टर रविंद्र रूंडा, शिक्षक पार्वती टोप्पो एवं रीना दास, ग्राम पंचायत जराटोली के मुखिया कृष्णा लोहरा, ग्रामीण भुवनेश्वर महतो, जराटोला ग्राम के ग्रामीण पूजा मुंडा, सुखो तिर्की आदि ने हिस्सा लिया। पौधे लगाए और उनके संरक्षण की जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लिया।
अभियान के संचालन में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक सागर खोसला, रिशु राय, चंद्रभूषण, अमन जायसवाल, मानसी सिंह, रिया ठाकुरी, सोनाली कुमारी, हिरल प्रज्ञा, अवंतिका स्वानसी, साजिया खान, खुशी मंडल आदि की भूमिका रही।