Jharkhand: कृषि मंत्री बादल देवघर श्रावणी मेले का कल करेंगे उद्घाटन, कांवरियों को पूरे दो माह मिलेंगी ये सुविधाएं

झारखंड धर्म/अध्यात्म
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देवघर। झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख कल (तीन जुलाई) प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेले का उद्घाटन राज्य के प्रवेश द्वार दुम्मा बॉर्डर पर करेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन ने दुम्मा बॉर्डर से लेकर बाबा मंदिर तक कांवरियों के लिए छावनी की व्यवस्था की है। साथ ही गंगा से लाए रेत को कांवरियों की सुविधा के लिए जगह-जगह बिछाया गया है।

इस संबंध में देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि जिला प्रशासन ने जगह-जगह पर कांवरियों की सुविधा के लिए सेल काउंटर बनाया है। मेला के सफल संचालन के लिए 21 ओपी में मेला क्षेत्र को बांटा गया है। इन ओपी क्षेत्र में मेला व्यवस्था के कार्यों जैसे पंडाल निर्माण, पथ प्रकाश, कांवरियों के लिए पेयजल, शौचालय, वैकल्पिक प्रकाश व्यवस्था आदि सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

उपायुक्त ने बताया कि मेले के दौरान विधि-व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण और अपराध नियंत्रण के साथ-साथ यातायात की व्यवस्था के लिए पुख्ता तैयारी कर ली गई है। मेला क्षेत्र में 1200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे एक्टिव रहेंगे। कांवरिया पथ पर 10 हजार से ज्यादा क्षमता वाले आध्यात्मिक भवन में कांवरियों को सस्ते दर पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।

कांवरियों की कतार लगने वाले रूट लाइन में वाटरप्रूफ पंडाल बनाए गए हैं। मेले में शिवभक्तों की सुविधा के लिए और भीड़ नियंत्रित करने के लिए नई व्यवस्था की गई है। पहली बार मिस्ट कूलिंग सिस्टम और कतार में बदलाव देखने को भी मिलेगा। वातावरण को ठंडा रखने के लिए बीच-बीच में फुहारा समेत फॉग सिस्टम लगाया गया है।

इस साल शीघ्र दर्शनम कूपन के लिए भरे जाने वाले फॉर्म का झंझट खत्म कर दिया गया है। अब पुरोहित का नाम, पता, मोबाइल नंबर और विशेष कोड उपयोग करने का नया सिस्टम लगाया गया है, जिससे पुरोहितों को तुरंत कूपन उपलब्ध कराया जाएगा। शीघ्र दर्शनम कूपन की कीमत श्रावण महीने के दौरान 500 रखी गई है, लेकिन शनिवार, रविवार और सोमवार को शीघ्र दर्शनम कूपन की सुविधा पूरी तरह से बंद रहेगी। श्रावणी मेला में देवघर पहुंचने वाले कांवरियों के लिए बाबा मंदिर में अर्घा से जलार्पण की व्यवस्था की गई है।

पूरे श्रावणी मेले के दौरान स्पर्श पूजा और वीआईपी पूजा बंद कर दी गयी है। बीमार, बुजुर्गों और भीड़ से बचने वाले भक्तों के लिए बाह्य जलार्पण की व्यवस्था की गई है। पहली बार टू वे ऑडियो कैमरा सिस्टम लगाया गया है। कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी जब कोई कॉमन सूचना देना चाहेंगे, तो वह कंट्रोल रूम से किसी को भी दे सकते हैं।