दुमका। झारखंड की उपराजधानी दुमका के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) अभिजीत सिन्हा ने स्कूल और कई आंगनबाड़ी केंद्र का शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें कई खामियां मिली। उन्होंने स्कूल के प्रधानाचार्य को शोकॉज करने का निर्देश दिया।
डीडीसी ने आंगनबाड़ी केन्द्र (बाबूपुर), आंगनबाड़ी केंद्र (शिलान्दा) और आंगनबाड़ी केंद्र (बगझोपा) का औचक निरीक्षण किया। इस क्रम में आंगनबाड़ी केन्द्र (बाबूपुर) में सेविका और सहायिका उपस्थित पायी गयीं। बच्चे भी उपस्थित थे। सेविका ने बताया कि केंद्र में चावल की आपूर्ति नहीं हुई है।
उप विकास आयुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं जिला आपूर्ति पदाधिकारी को दो दिनों के अंदर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में चावल आपूर्ति कराने का निर्देश दिया। दोनों पदाधिकारी को आदेश दिया गया कि प्रत्येक माह दो बार आपसी समन्वय से अनाज आपूर्ति की समस्या का निराकरण करना सुनिश्चित करें।
आंगनबाड़ी केंद्र (शिलान्दा) के निरीक्षण के दौरान सेविका अनुपस्थित पायी गयीं। केंद्र में बच्चे नहीं उपस्थित थे। केंद्र की स्थिति असंतोषप्रद पायी गई। भवन की मरम्मत नहीं की गयी है। विद्युत की आपूर्ति बाधित है। वाटर फिल्टर खराब है। इस बिन्दु के आलोक में संबंधित सेविका और महिला पर्यवेक्षिका से कारण पृच्छा करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दिया।
आंगनबाड़ी केंद्र (बागझोपा) में भी सेविका अनुपस्थित पायी गई। बच्चे भी अनुपस्थित थे। सम्बंधित सेविका से कारण पृच्छा करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
राजकीय मध्य विद्यालय (बगझोपा) के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि अभी तक प्राथमिक वर्ग में टेबल बेंच नहीं लगाया गया है। बच्चें दरी पर बैठे थे। इस संबंध में प्रधानाचार्य से कारण पृच्छा करने का आदेश दिया गया। प्रधानाचार्य को निर्देशित किया गया कि अविलंब छात्रों को पुस्तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।