सरकार की स्‍पष्‍ट सोच, राष्ट्रीय स्तर पर गौ संरक्षक के रूप में हो झारखंड की पहचान

कृषि झारखंड
Spread the love

  • गौ सेवा आयोग के अध्‍यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने की गौशाला के पदधारियों के साथ बैठक

रांची। गो सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद की अध्यक्षता में हटिया स्थित पशुपालन निदेशालय में 7 जुलाई को बैठक हुई। इसमें झारखंड के निबंधित गौशाला संचालन समिति और झारखंड प्रादेशिक गौशाला संघ के पदधारी शामिल हुए। गो सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजू गिरी भी विशेष रूप से उपस्थित थे।

अनुदान देने वाली संस्था नहीं

बैठक में अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि‍ गो सेवा आयोग की पहचान अब सिर्फ अनुदान देने वाली संस्था के रूप में नहीं रहेगी। सरकार की स्पष्ट सोच है कि इस राज्य की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर गौ संरक्षक एवं गौ संवर्धक राज्य के रूप में हो। इसलिए लंबे अर्से के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं विभागीय मंत्री बादल पत्रलेख की पहल पर पूर्णकालिक अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष की नियुक्ति हुई है।

गौशाला आत्मनिर्भर बने

प्रसाद ने कहा कि गौशाला आत्मनिर्भर बने यह हमारी प्राथमिकता है। आयोग गो वंश की सेवा में लगे गौशाला और सरकार की योजनाओं के मध्य समन्वयक के रूप में होगी। आज की बैठक में बहुत अच्छे और महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए हैं। वर्तमान में अनुदान को लेकर मौजूदा प्रावधानों की जटिलता एवं इनके सरलीकरण को लेकर आग्रह इसपर आयोग निश्चित रूप से सरकार के साथ समन्वय बना कर आगे कार्य करेगा।

योजनाओं का भी अध्ययन

अध्यक्ष ने कहा कि‍ आयोग देश के कई राज्यों में चलने वाली योजनाओं का भी अध्ययन कर रही है, ताकि झारखंड में नई योजना तैयार कर गौशाला को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। गौशाला को दान में मिली भूमि को संरक्षित रखने, उन्हें अतिक्रमण और भू माफियाओं से बचाने को लेकर आयोग सरकार से वार्ता कर उन्हें प्रतिबंधित सूची में डलवाने की पहल भी करेगा। आयोग द्वारा पहले ही सभी उपायुक्तों को गोचर भूमि की अद्यतन स्थिति की जानकारी के संबंध में पत्र लिखा गया है, ताकि आने वाले दिनों में गौ वंश की रक्षा के निमित्त गौ अभ्यारण्य, पशु मुक्तिधाम जैसी योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सके।

अराजकता फैलनाने नहीं देंगे

अध्‍यक्ष ने कहा कि आयोग गौ उत्पादित वस्तुओं (बर्मी कंपोस्ट खाद) की सरकारी स्तर पर सीधी खरीदी के लिए भी सरकार से वार्ता करेगा, जिससे गौशाला आत्मनिर्भर बने। गो हत्या प्रतिबंध कानून के अनुपालन और गो संरक्षण का नाम लेकर अराजकता नहीं फैलाने दी जाएगी। बहुत जल्द गौ चिकित्सा एवं दुर्घटना में घायलों के उपचार के लिए दो एम्बुलेंस का वितरण भी जीव जंतु कल्याण बोर्ड के माध्यम से प्रति प्रमंडल को किया जाएगा।

जिला भ्रमण का कार्यक्रम

आयोग के उपाध्यक्ष राजू गिरी ने कहा कि नियमानुकूल जरूरतों के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बहुत जल्द गौशाला के भौतिक निरीक्षण के लिए जिला भ्रमण का कार्यक्रम बना रहे हैं, ताकि समस्याओं को जान समझकर उसका निदान कि‍या जा सकें।

बैठक में अपने विचार रखें

बैठक में आयोग के सचिव डॉ मनोज, निबंधक डॉ अपर्णा पांडे, प्रादेशिक गौशाला संघ के उपाध्यक्ष ताराचंद जैन, प्रदीप राजगाड़िया, मुकेश काबरा, जितेंद्र कुमार पाठक, कमलेश, कथम चरण प्रधान, महेश गोयल, रविशंकर, ओमप्रकाश राम, रतन महर्षि, नागचन्द जैन, सुशील कुमार सिंह, गंगाधर शास्त्री, जितेंन्द्र कुमार पाठक, दीपक कुमार पोद्दार, महेश गोयल. राजीव कुमार, कमलेश कुमार, प्रवीण लोहिया, दीपक अग्रवाल, महेश बंसल, कुंदन कुमार ने भी अपने विचार रखें।

यहां के प्रतिनिधि शामिल

बैठक में रांची, धनबाद, जमशेदपुर, हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, सिमडेगा, देवघर, गिरिडीह एवं कतरास गौशाला के प्रतिनिधि शामिल हुए।