UP News : उत्तर प्रदेश। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रयागराज में अस्पताल ले जाने के क्रम में उन्हें तीन युवकों ने मौत के घट उतार दिया था। इससे पहले वह मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना का संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने तुरंत उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर का काफिला उस इलाके में गश्त कर रहा है, जहां कल अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को गोली मारी गई थी। अतीक अहमद की सुरक्षा में तैनात 17 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गये हैं।
गोली मारने से पहले बेटे को दफनाने पर अतीक अहमद से मीडिया ने सवाल किया था। इसपर उसने कहा था, ‘नहीं ले गए तो नहीं गए।’ यही उसके आखिरी शब्द साबित हुए।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले शूटर लवलेश तिवारी के पिता यज्ञ तिवारी ने कहा कि वह एक ड्रग एडिक्ट है। वहां कैसे पहुंचा, इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है। हमें इससे कोई मतलब नहीं है। यह प्रयागराज में कब से है हमें नहीं पता। यह आखिरी बार 7-8 दिन पहले आया था।
इसी तरह शूटर सनी सिंह के भाई ने कहा कि वह कुछ नहीं करता था। इसके ऊपर पहले से भी मामले दर्ज हैं। हम लोग 3 भाई थे, जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। यह ऐसे ही घूमता-फिरता रहता था। फालतू के काम करता रहता था। हम उससे अलग रहते हैं। वह बचपन में ही भाग गया था।