रांची। झारखंड (Jharkhand) के सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन में बच्चों को सत्तू के शरबत देने हैं। इसके अलावा भी कई अन्य कदम उठाने हैं। यह निर्देश झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने दिए। इस बाबत सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक को जानकारी दी।
निदेशक ने पत्र में लिखा है कि झारखंड में बढ़ती गर्मी को दृष्टिपथ में रखते हुए सभी सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को तेज धूप एवं लू के प्रतिकूल प्रभाव से बचाव का उपाय किया जाना अनिवार्य है। पिछले एक सप्ताह वर्षा नहीं होने के कारण गर्मी के प्रभाव में और वृद्धि हुई है।
बच्चों के लिए गर्मी का प्रभाव विद्यालयों एवं उनके घर में एक समान है। विद्यालय बच्चों के लिए दूसरा घर है। उनके शिक्षक उनके अभिभावक के बाद दूसरा स्थान रखते है। इस विषम परिस्थिति में हम सब की जिम्मेवारी काफी बढ़ जाती है। विद्यालयों में ग्रीष्म अवकाश 15 मई/25 मई 2023 से प्रारंभ हो रहा है।
कोविड-19 के कारण विद्यालय बंद रहने कारण बच्चों की पढ़ाई में पहले ही काफी क्षति हो चुकी है। NAS की परीक्षाफल में अपेक्षकृत खराब प्रदर्शन के कारण राज्य के Performance. Grading Index में भी गिरावट आयी है। वर्ग I से VII का वार्षिक परिक्षा भी 26 अप्रैल, 27 अप्रैल एवं 3 मई को पूर्व निर्धारित है। ऐसी परिस्थिति में बच्चों के पठन-पाठन को दृष्टिपथ में रखते हुए विद्यालयों का संचालन गर्म हवाओं के दुष्प्रभाव से बचते हुए सावधानियों के साथ करना आवश्यक है।
इन निर्देश का करना है पालन
सभी विद्यालयों में जहां बिजली की सुविधा उपलब्ध है, उसे तत्काल क्रियाशील बनाया जाय। वर्ग कक्षों में उपलब्ध पंखों को चालू हालत में रखना सुनिश्चित किया जाय।
इसके लिए जिला एवं प्रखंड के सभी कर्मी एवं पदाधिकारी विद्यालयों का अनुश्रवण कर विद्युत की सुविधा को क्रियाशील बनाना सुनिश्चित करेंगे।
सभी विद्यालयों में शुद्ध एवं पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। बच्चों के लिए मिट्टी के घड़े की व्यवस्था विद्यालय विकास अनुदान से करना सुनिश्चित की जाय।
गर्मी में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए ज्यादा पानी पीने के लिए निर्देशित किया जाय
गर्म हवाओं के कारण स्वास्थ्य पर मौसम के दुष्प्रभाव से बचने के लिए नीबू पानी, नमक चीनी का घोल चना-गुड़, कच्चे आम/सत्तू के शरबत आदि का सेवन करने के लिए प्रेरित किया जाय। मध्याह्न भोजन में भी इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मध्याह्न भोजन छांव में कराना सुनिश्चित किया जाय।
गर्म हवाओं के कारण स्वास्थ्य पर मौसम के दुष्प्रभाव से बचने के लिए ओआरएस के घोल की व्यवस्था विद्यालयों में सुनिश्चित किया जाय। ओआरएस का पैकेट निकटतम सरकारी अस्पताल/स्वास्थ्य उपकेन्द्र/ एएनएम सहिया के पास निःशुल्क उपलब्ध है।
बच्चों को गर्मी के मौसम में मसालेदार, तेलीय एवं उच्च नमक वाले पदार्थों के सेवन नहीं करने की सलाह दी जाय।
बच्चों को गर्मी में खाली पैर नहीं रहने और जूता-मोजा पहनकर विद्यालय आने के लिए निर्देशित करें।
तेज धूप में किसी भी प्रकार का खेल का आयोजन या कार्यक्रम नहीं किया जाय।
17 अप्रैल, 2023 को सम्पन्न वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में लू एवं गर्म हवा से बचाव के लिए Do’s & Don’ts के बारे में सभी जिलों को जानकारी दी गई है। इसका सख्ती से पालन विद्यालयों में किया जाय।