- विवि के नये डीएसडब्ल्यू डॉ बीके अग्रवाल से खास बातचीत
रांची। झारखंड में उच्च कृषि तकनीकी शिक्षा से जुड़ी एकमात्र संस्थान बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (BAU) में छात्र कल्याण कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी जाती है। इसे और मजबूती देने के लिए बीएयू कुलपति ने डॉ बीके अग्रवाल को नया डीएसडब्ल्यू बनाया है। पेश है डॉ बीके अग्रवाल से बातचीत के प्रमुख अंश।
बीएयू में विगत वर्षों में विद्यार्थियों के मामले में क्या बदलाव आया है ?
राजधानी रांची से सटे कांके में वर्ष 1981 में तीन महाविद्यालयों से स्थापित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (BAU) के अधीन वर्त्तमान में 11 महाविद्यालय संचालित हैं। विगत वर्षों में सात नये महाविद्यालयों के खुलने और पूर्व के तीन महाविद्यालयों में सीटों की संख्या बढ़ने से विद्यार्थियों की संख्या में 5 गुणी से अधिक बढ़ोतरी हुई है। विश्वविद्यालय स्थापना के समय मात्र दस छात्रावास थे। वर्तमान में विवि परिसर में 18 और बाहर के 6 महाविद्यालयों में 12 छात्रावास हैं। आवासीय शिक्षा प्रणाली लागू होने के कारण विवि के सभी 30 छात्रावासों का रख-रखाव एवं छात्र कल्याण के कार्यक्रमों पर नये सिरे से सुधार की जरूरत है।
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में छात्र कल्याण निदेशालय की क्या भूमिका है ?
विवि छात्रों के लिए स्टडी टूर, स्पोर्ट्स मीट, यूथ फेस्टिवल, फेलोशिप, छात्रवृत्ति, इंटर्नशिप, थीसिस ग्रांट, प्लेसमेंट एवं वाद–विवाद, एलोकुशन, खेल-कूद, सांस्कृतिक व मनोरंजक गतिविधि और छात्रों के छात्रावास से सबंधित सभी योजनाओं का समन्वय जैसी गतिविधियों का आयोजन करना है। साथ ही छात्रों के बीच अनुशासन बनाये रखने के अलावा एनसीसी एवं एनएसएस के लिए सुविधाएं, खेल एवं साक्षरता गतिविधियों का प्रबंधन करना है।
डीएसडब्ल्यू के रूप में आपकी पहली प्राथमिकता क्या होगी ?
कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय के आईसीएआर रैंकिंग में सुधार के दिशा में अनेकों पहल की जा रही हैं। आईसीएआर रैंकिंग मानक में उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन पर काफी अंक है। विवि में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए अकादमिक कैलेंडर के समान विवि स्तर पर स्पोर्ट्स इवेंट्स कैलेंडर बनाया जायेगा। इसमें सभी 11 महाविद्यालय के छात्रों को पूरे वर्ष महाविद्यालय, अंतर महाविद्यालय एवं अंतर विश्वविद्यालय खेलकूद गतिविधियां शामिल होगी।
एग्रीयूनीस्पोर्ट्स-2023 में 20 सदस्यीय छात्र दल के साथ बतौर टीम प्रबंधक आप शामिल थे। खेलकूद के विकास के लिए क्या जरूरत महसूस की ?
निधि की कमी की वजह से मात्र 20 सदस्यीय छात्र दल ने आईसीएआर के सौजन्य से हिसार में आयोजित एग्रीयूनीस्पोर्ट्स-2023 प्रतियोगिता में भाग लिया। अल्प समय में छात्रों का चयन, अभ्यास एवं खेलकूद की गतिविधियों में कमी के बावजूद छात्रों का प्रदर्शन संतोषजनक रहा। वर्षो बाद इस प्रतियोगिता के लॉन्ग जम्प स्पर्धा में सिल्वर मैडल मिला। 4 x100 मी। रिले रेस में टीम सेमी फाइनल तक गयी। चोट की वजह से टीम खिताबी दौर से बाहर हो गयी। बास्केट बॉल की टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची। छात्रों में एथेलेटिक्स और बास्केट बॉल में काफी प्रतिभा है। विवि स्तर पर विशेष कोच को रखकर एथेलेटिक्स और बास्केट बॉल खेल को बढ़ावा देने का प्रयास होगा।
कृषि विश्वविद्यालयों में सांस्कृतिक गतिविधियों का विशेष महत्व है। इस दिशा में आपका क्या प्रयास होगा ?
सभी 11 महाविद्यालयों में अलग-अलग सांस्कृतिक गतिविधियों को आयोजित करने का प्रयास होगा, ताकि छात्रों की कला प्रतिभा निखर कर सामने आये। स्थानीय लोक गीत एवं लोक नृत्य पर विशेष प्राथमिकता होगी। एग्रीफेस्ट, वेटफेस्ट, इंजीनियरिंगफेस्ट, हॉर्टिफेस्ट, डेयरीफेस्ट, फिशफेस्ट आदि का आयोजन करने की कोशिश होगी। इससे छात्रों को अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन को बल मिलेगा। विवि को पहचान के साथ आईसीएआर रैंकिंग सुधार में मदद मिलेगी।
छात्रों को समय पर फेलोशिप का भुगतान के दिशा में क्या प्रयास होगा ?
विभिन्न महाविद्यालयों का रिजल्ट मिलने में देरी से छात्रों को फेलोशिप का भुगतान समय पर नहीं हो पा रहा है। विवि के सभी महाविद्यालयों के छात्रों का रिजल्ट आईसीएआर अकादमिक मैनेजमेंट प्रणाली के तहत अपलोड कर ऑनलाइन कार्य प्रगति पर है। इससे छात्रों का रिजल्ट उचित समय पर ऑनलाइन उपलब्ध होने लगेगी और छात्रों को समय पर फेलोशिप का भुगतान किया जा सकेगा। इससे आईसीएआर कोटा में नामांकित छात्रों को भी सुविधा होगी।
सभी संकायों एवं महाविद्यालयों से समन्वय की दिशा में क्या प्रयास होगा ?
सभी संकायों के डीन एवं वार्डन और सभी महाविद्यालयों के एसोसिएट डीन एवं वार्डन के सहयोग एवं समन्वय से जरूरतों और समस्या का आकलन किया जायेगा। जिसे निदेशालय स्तर से संकलित कर जरूरतों और समस्या समाधान की दिशा में आगे की दिशा में सकारात्मक प्रयास करने की कोशिश होगी।