देवघर। झारखंड (Jharkhand) में इंटर और मैट्रिक की परीक्षा चल रही है। परीक्षा में नकल को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसे लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। हालांकि कई परीक्षा केंद्र पर इन निर्देशों का उल्लंघन होने की खबर भी आ रहा है। ऐसा ही एक मामला देवघर जिले से आया। यहां एक परीक्षा केंद्र में विद्यार्थी नकल कर रहे थे। इस दौरान शिक्षा पदाधिकारी निरीक्षण करते पहुंच गए।
यह मामला जिले के कोरियासा मध्य विद्यालय परीक्षा केंद्र से जुड़ा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 20 मार्च, 2023 को शाम 4.47 बजे उक्त परीक्षा केन्द्र (संख्या-4211) का औचक निरीक्षण किया। इसमें पाया गया कि द्वितीय पाली में इंटर कला संकाय के अर्थशास्त्र विषय की परीक्षा हो रही थी। जांच के क्रम में दो रूम में अर्थशास्त्र विषय की उत्तर सामग्री (नकल पुर्जा) मिला, जो अर्थशास्त्र विषय का ही था। उक्त परीक्षा कमरा में वीक्षक भी मौजूद थे।
वीक्षक के तौर पर अनिर्वाण घर और श्याम मिलन मार्य (सम्प्रति टीजीटी श०भू०राय +2 विद्यालय, सिमरा) एवं श्रीमती सोनी कुमारी (सम्प्रति सहायक शिक्षक, मध्य विद्यालय, कोरियासा) थे।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि इससे ऐसा प्रतीत होता है कि वीक्षकों द्वारा अनुचित तरीके से परीक्षार्थी को नकल कराने के उदेश्य और कदाचार में सम्मिलित होकर एक षडयंत्र के तहत परीक्षा संचालन अधिनियम-2001 के बिलकुल विपरीत कार्य किया जा रहा है। यह लापरवाही, कर्तव्यहीनता उच्चाधिकारी के आदेशों की अवहेलना व स्वेच्छाचारिता को परिलक्षित करता है।
यह कृत्य वीक्षकों के लिये कर्तव्य और दायित्वों के संबंध में उल्लेखित एवं निर्दिष्ट नियमों व सरकारी सेवक आचार नियमावली 1976 का प्रतिकूल कार्य भी है।
शिक्षकों ने सभी वीक्षकों से उपरोक्त वर्णित आरोपों के संबंध में पत्र निर्गत तिथि से 3 के अन्दर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। पूछा है कि क्यों नहीं उन्हें परीक्षा कार्य से ब्लैकलिस्ट करते हुए उपर्युक्त प्रथम दृष्ट्या प्रमाणित आरोपों के आधार पर कड़ी अनुशासनिक और विभागीय कार्यवाही प्रारंभ किया जाय?
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा है कि ससमय स्पष्टीकरण अप्राप्त रहने की स्थिति के लिये एक मात्र दोषी आप स्वयं होंगे। तत्काल सभी का वेतनादि भुगतान अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।