रांची। झारखंड की राजधानी रांची के कांके प्रखंड स्थित मनातू गांव में भू रैयतों की बैठक 21 मार्च को हुई। इसकी अध्यक्षता समाजसेवी अनुप कुमार महतो ने की। मौके पर मनातू चेड़ी में निर्माणाधीन केंद्रीय विवि की गलत नीति व सिद्धांतों का विरोध करने का निर्णय लिया गया।
अनुप ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से यहां करोड़ों की लागत से विवि भवन निर्माण कार्य चल रहा है। यह अंतिम चरण में है। हालांकि विस्थापित रैयतों को सरकार ने फूटी कौड़ी तक नहीं दी है। इससे 200 गरीब आदिवासी रैयत भुखमरी के कगार पर हैं।
अनुप ने कहा कि रैयतों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। विवि प्रबंधन रैयतों को मुआवजा देने में विलंब करता है तो चेड़ी, मनातू व सुकुरहुटू के रैयत संवैधानिक तरीके से जोरदार आंदोलन को बाध्य होंगे।
अनुप ने बताया कि पूर्व भू राजस्व मंत्री सह टुंडी विधायक मथुरा प्रसान महतो ने आश्वस्त किया है कि वह इस संबध में मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराकर भू रैयतों को उनका हक व अधिकार दिलाने का प्रयास करेगें। इस मौके पर दर्जनों ग्रामीण व रैयत मौजूद थे।