ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के 18 मजदूरों की हुई वतन वापसी

झारखंड
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गिरिडीह। ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के 36 मजदूरों में 18 की सकुशल वतन वापसी हो गई। वे ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सोमन एयर से बीते मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। दिल्‍ली पहुंचते ही मजदूरों ने सबसे पहले ईश्वर का आभार जताया। वतन की मिट्टी को चुमा। चैन की सांस ली।

दिल्ली से कुछ मजदूर बस और कुछ ट्रेन से अपने-अपने घर पहुंचे। मजदूरों ने वतन वापसी पर केंद्र और राज्य सरकार के साथ-साथ प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले सिकन्दर अली का आभार प्रकट किया।

बताते चले कि झारखंड के गिरिडीह, हजारीबाग, बोकारो, धनबाद जिले के 36 मजदूर बिष्णुगढ प्रखंड के खरना निवासी पंचम महतो के माध्यम से टीजीएम कंपनी में काम करने ताजिकिस्तान गये थे। वहां सभी मजदूर बुरी तरह से फंस गये थे। ना ही उन्हें ठीक से खाना दिया जा रहा था और न ही वेतन।

इसी बीच मजदूरों ने बीते 13 फरवरी को सिकन्दर अली से सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो शेयर कर अपनी पीड़ा बताई। वतन वापसी में सहयोग की अपील की। इसके बाद केंद्र एवं राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया। बकाये मजदूरी का भी भुगतान कराया। फिर 18 मजदूरों की वतन वापसी करायी गई।

लौटने वाले मजदूरों में गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड अंतर्गत तुकतुको के खिरोधर महतो, नागेश्वर चौधरी, रामदेव महतो, औरा के सुखदेव महतो, संतोष कुमार महुरी के गोवर्धन महतो, ढिबरा के जगरनाथ महतो, सरिया प्रखंड के अंतर्गत पिपराडीह के डुमरचंद महतो, डुमरी प्रखंड के अंतर्गत कुलगो के शंकर कुमार महतो।

हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ प्रखंड अंतर्गत गोविंदपुर के बालेश्वर महतो, नागी के महेन्द्र महतो, सारूकुदर के टुकामन महतो, नागेश्वर महतो खरना के डेगलाल महतो, महेश महतो बोकारो जिले के गोमियां प्रखंड अंतर्गत हुरलुंग के नारायण महतो, बालेश्वर महतो अशोक कुमार, करतवारी के प्रकाश महतो शामिल हैं।

दो मजदूर प्रकाश महतो एवं दिनेश महतो की वापसी पहले ही हो चुकी हैं। अभी 16 मजदूरों की ताजिकिस्तान से वापसी होनी बाकी है।