रांची। झारखंड पारा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष विजय कुमार दत्त बने। रांची के हरमू स्थित बुध विहार के शुभ गौरी अपार्टमेंट में पेरालिंपिक कमेटी ऑफ झारखंड के कार्यालय में कमेटी की प्रांतीय बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता विजय कुमार दत्त ने की।
बैठक में कमेटी के चयन कमेटी के राष्ट्रीय चेयरमैन डॉ शिवाजी प्रसाद की सलाह पर कमेटी का नाम बदलकर झारखंड पारा स्पोर्ट्स एसोसिएशन किया गया। सर्वसम्मति से विजय कुमार दत्त को एसोसिएशन का कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किया गया। अप्रैल माह तक पूरी स्टेट कमेटी का गठन कर सभी पदधारियों की घोषणा करने का अधिकार दिया गया।
बैठक में खेल निदेशक सुगंध नारायण एवं कमेटी के सीईओ सुनील कुमार विश्वास उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि झारखंड के सभी जिलों में एसोसिएशन का गठन किया जाएगा। इस एसोसिएशन के तहत ही पारा के सभी खेलों का आयोजन कराया जाएगा।
बैठक में भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा तय करते हुए बताया गया कि राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप, राष्ट्रीय पैरा ओलंपिक चैंपियनशिप का आयोजन शीघ्र होगा। इसमें झारखंड के पारा खिलाड़ी भाग लेंगे। प्रतिभागियों के नामों की घोषणा की जाएगी। जिलों में जिला स्तरीय सभी पैरा खेलों के लिए खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने का कार्य भी प्रारंभ किया जाएगा।
सीए मनीष कुमार ने एसोसिएशन को आश्वस्त किया की वह एक कमेटी बनाएंगे, जिसमें सदस्य अपने- अपने स्तर पर झारखंड पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के लिए स्पॉन्सरशिप एवं फंड की व्यवस्था करेंगे।
बैठक में खिलाड़ी एवं प्रतिभागी हरिलाल ने बताया कि तीसरे स्थान पर रहे हरियाणा के प्रतिभागी को वहां की सरकार ने जीवन यापन के लिए सरकारी नौकरी दी गई। हालांकि झारखंड प्रथम स्थान पर होते हुए भी राज्य सरकार द्वारा अभी तक कोई भी पहल नहीं की गई है। विजय कुमार दत्त ने कहा कि एसोसिएशन इसमें उनको अपना पूर्ण सहयोग करेगा। सरकार से बात करेगा।
कमेटी के स्टेट मीडिया को-ऑर्डिनेटर संजय सर्राफ ने बताया कि बैठक में सदस्यों ने कमेटी के नाम के बदलाव का स्वागत किया। एसोसिएशन को सुदृढ़ एवं सशक्त बनाने में हर संभव मदद और सहयोग प्रदान करने का विश्वास दिलाया।
बैठक में बैडमिंटन एसोसिएशन के स्टेट को-ऑर्डिनेटर कमल कुमार अग्रवाल, नीरज भट्ट, आकाश अग्रवाल, संदीप सहाय, सरोज कुमारी, अतुल चंदन, हरिलाल, राजा कुमार, गोवर्धन रजक, मनीष कुमार, विनोद कुमार मल्लिक, विवेक राज, संजय सर्राफ आदि उपस्थित थे।