उत्तर प्रदेश। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे के 33 हजार किसानों का 190 करोड़ का कर्ज माफ कर देने का एलान किया है. वजह यह है कि इस साल खरीफ का सीजन किसानों के लिए अच्छा नहीं रहा. किसानों को बाढ़, बारिश और सूखे ने जमकर नुकसान पहुंचाया. किसानों की करोड़ों रुपये की फसलें बर्बाद हो गई. लेकिन किसानों के साथ ये इस साल ही नहीं है. हर साल किसानों की फसल किसी न किसी आपदा की चपेट में आकर बर्बाद हो जाती है.

किसान राज्य और केंद्र सरकार से कर्जा लेकर भरपाई करते हैं. लेकिन कई बार यह नाकाफी होती है. अब इस राज्य सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर किसानों की मदद के लिए कदम उठाया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के किसानों को नए साल का तोहफा दिया है. प्रदेश के 33408 किसानों का कर्ज माफ करने का आदेश जारी कर दिया है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि वर्ष 2027 में योगी सरकार बनने के बाद कैबिनेट में किसानों की कर्जमाफी करने का निर्णय लिया था. राज्य सरकार ने काफी किसानों के कर्ज भी माफ किए. लेकिन कुछ किसान छूट गए थे. अब उन्हीं किसानों का कर्ज माफ किया जा रहा है. प्रदेश सरकार ने 5 जनवरी को इस संबंध में गजट जारी कर दिया है.
प्रदेश सरकार उन किसानों का ही कर्ज माफ करेगी. जिन्होंने 25 मार्च 2017 तक एक लाख रुपये का कर्जा लिया था. हाालंकि प्रदेश सरकार वर्ष 2023 तक किसानों की लिस्ट जारी कर सकती है. इसमें 80 लाख किसानों के नाम आने की संभावना है. ऐसे में प्रदेश सरकार ने संकेत दे दिया है कि जल्द ही नए किसानों को भी कर्जमाफी की सौगात मिल सकती है.
उत्तर प्रदेश की कर्जमाफी की योजना का लाभ लेने के लिए प्रदेश सरकार ने कुछ शर्तें भी तय की हैं. मसलन, व्यक्ति उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए. इसका लाभ 5 हेक्टेयर की जमीन वाले सीमांत किसान को मिलेगा. किसान की आय का जरिया खेती होना चाहिए. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण लोन चुकता नहीं कर पा रहा है. लोन लेने की अवधि वर्ष 2016 से पहले की होनी चाहिए.
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