टाटा स्टील ने आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क में सेंटर फॉर इनोवेशन इन मोबिलिटी की स्थापना की

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चेन्नई। टाटा स्टील ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) मद्रास रिसर्च पार्क में सेंटर फॉर इनोवेशन इन मोबिलिटी (सीआईएम) की स्थापना की है। नया केंद्र अकादमिक संस्थानों और मोबिलिटी उद्योग के साथ मिलकर काम करेगा। केंद्र ऑटोमोटिव, रेलवे और हाइपरलूप जैसे वर्तमान और भविष्य के मोबिलिटी प्लेटफॉर्म के लिए एप्लिकेशन तकनीकों का विकास करेगा।

इस नए आरएंडडी सेंटर में कंप्यूटर समर्थित डिजाइन एंड इंजीनियरिंग (सीएडी/सीएई), एक्सपेरिमेंटल रोल फॉर्मिंग, डायनामिक डेंट टेस्ट सिस्टम, एआर/वीआर एक्सपीरियंस सेंटर और वाहन बेंचमार्किंग के लिए फुल-स्केल सुविधाएं हैं। यह सुविधा जमशेदपुर में पहले से उपलब्ध अत्याधुनिक एप्लीकेशन रिसर्च सेंटर के अतिरिक्त है। यह डिजाइन और इंजीनियरिंग, सामग्री चयन, प्रोटोटाइप और परीक्षण के साथ मोबिलिटी उद्योग की मदद करेगा।

टाटा स्‍टील के सीईओ और एमडी टी. वी. नरेंद्रन ने कहा, ‘भविष्य के सस्टेनेबल, सुरक्षित और किफायती मोबिलिटी समाधान प्रासंगिक उद्योगों, शिक्षाविदों और मटेरियल आपूर्तिकर्ताओं के सहयोग से उभरेंगे जो चुनौतियों को अच्छी तरह से समझते हैं। हमारा मानना है कि एजिलिटी और इनोवेशन को प्रोत्साहित करने वाली संस्कृति बनाने पर ध्यान देना आवश्यक है। इनोवेशन और अत्याधुनिक तकनीकों पर एक अद्वितीय ध्यान देने के साथ, टाटा स्टील हमारे ग्राहकों को सभी टचपॉइंट्स पर उत्कृष्टता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और हमेशा अग्रणी तकनीकों को विकसित करने में सबसे आगे रहेगी। IIT मद्रास में हमारा नया केंद्र भविष्य की मोबिलिटी के लिए अभिनव समाधान बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का एक और उदहारण है।‘

वाइस प्रेसिडेंट (टेक्नोलॉजी एंड न्यू मटेरियल बिजनेस) डॉ देवाशीष भट्टाचार्जी  ने कहा, ‘सेंटर फॉर इनोवेशन इन मोबिलिटी, टाटा स्टील के बहु नियोजित उपग्रह अनुसंधान एवं विकास केंद्रों में से पहला है और फोकस्ड, भविष्य-प्रासंगिक क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी विकास केंद्र है। ये सैटेलाइट सेंटर अकादमिक और/या ग्राहक के साथ काम करेंगे। IIT मद्रास के रिसर्च पार्क में CIM, हाइपरलूप और एयर टैक्सी जैसी उभरती तकनीकों सहित मोबिलिटी के लिए बहु-सामग्री डिजाइन और विनिर्माण समाधान विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।‘

IITM रिसर्च पार्क, IITM इनक्यूबेशन सेल और RTBI के अध्‍यक्ष सह IIT मद्रास के प्रोफेसर अशोक झुनझुनवाला ने कहा, ‘भारत में मोबिलिटी  में इनोवेशन का एक पावरहाउस बनने की क्षमता है। यह हमारे आर्थिक विकास को भी काफी हद तक प्रभावित करेगा। इन वर्षों में, IITMRP ने एक बहुत मजबूत R&D पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया है, जहां अग्रणी उद्योग और मोबिलिटी के क्षेत्र में स्टार्टअप ने अत्याधुनिक तकनीकों का विकास किया है, जिसमें ग्रीन मोबिलिटी समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। टाटा स्टील एक इनोवेशन संचालित इंडस्ट्री लीडर भी है। इनोवेशन के लिए इस नए केंद्र के लॉन्च के साथ, हम संयुक्त रूप से अधिक घरेलू प्रौद्योगिकियों के व्यावसायीकरण में अपनी ताकत का लाभ उठाने के लिए तत्पर हैं जो वैश्विक स्तर पर मोबिलिटी की पुनर्कल्पना करते हैं।

हाल ही में, टाटा स्टील और टूटर हाइपरलूप ने बड़े पैमाने पर हाइपरलूप प्रौद्योगिकी के विकास और परिनियोजन पर संयुक्त रूप से काम करने के लिए आईआईटी मद्रास में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। अन्य चीज़ों के साथ-साथ डिजाइन और सामग्रियों के चयन की प्रमुख चुनौतियों को इस सेंटर फॉर इनोवेशन इन मोबिलिटी के माध्यम से संबोधित किया जाएगा। पिछले 20 वर्षों में, टाटा स्टील भारत में सभी प्रमुख ऑटोमोटिव निर्माताओं और सहायक कंपनियों के लिए पसंदीदा आपूर्तिकर्ता रही है और ऑटोमोटिव सेगमेंट में इस नेतृत्व की स्थिति को बनाए रखने की इच्छा रखती है।