रांची। प्रवरण संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर से मुलाकात की। उनसे मुख्यमंत्री से मोर्चा के प्रतिनिधि की वार्ता कराकर शिक्षकों की 1993 से लंबित प्रवरण वेतनमान की समस्या दूर करने में सहयोग करने का आग्रह किया।
मोर्चा के प्रतिनिधि ने मंत्री को बताया कि वर्ष 2021 में भी पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री से पत्रांक (1802/21) को निरस्त करने का आग्रह किया था। विभागीय अधिकारी द्वारा पुनः आदेश (संख्या-1726 /22) निर्गत कर देवघर 2017, गढ़वा 2018 एवं पाकुड 2019 से मिल रहे लाभ से शिक्षकों को वंचित किया जा रहा है।
मोर्चा ने बताया कि उक्त पत्र के कारण प्रति शिक्षक 1500 से 2500 रुपए का नुकसान प्रति माह हो रहा है। इससे राज्य के लगभग 5000 शिक्षक प्रभावित हैं। सैकड़ों शिक्षक तो आस लगाते हुए काल के गाल में समा गए।
मोर्चा के मुताबिक मंत्री ने शिक्षकों के हित मे पहल करने का आश्वासन दिया।
प्रतिनिधिमंडल में रामसेवक तिवारी, मो रियाज अहमद, किनेश्वर महतो एवं गढ़वा के पाल मौजूद थे।