आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के जिले लोहरदगा में हजारों फर्जी राशन कार्ड हैं। कई डीलरों ने फर्जी कार्ड बना रखा है। इसका खुलासा आरटीआई में हुआ है। इसकी जानकारी जिला प्रशासन को भी है। हालांकि कार्रवाई के नाम पर प्रशासन की ओर से महज खानापूरी की गई है।
जानकारी के मुताबिक लोहरदगा में मुर्दों के नाम पर भी फर्जी राशन कार्ड बनाया गया है। उनके नाम पर राशन भी उठाया जा रहा है। लाभ उठाने वालों में खुद डीलर शामिल हैं। उन्होंने खुद अपने परिवार में चार-पांच राशन कार्ड बना रखा है।
इतना ही नहीं, उनपर लाभुकों को कम राशन देने का आरोप भी है। कार्डधारकों का कहना है कि चार से पांच किलोग्राम तक उन्हें कम राशन दिया जाता है। इस बारे में डीलर से पूछताछ करने पर कई बार डराया जाता है। कई बार राशन देने के लिए दौड़ाया जाता है।
सूत्रों के मुताबिक जिला आपूर्ति कार्यालय के कर्मी, प्रखंड आपूर्ति एवं कंप्यूटर ऑपरेटर की मिलीभगत से आईडी का दुरुपयोग करते हुए 1 हजार से अधिक फर्जी राशन कार्ड बनाया गया। इस क्रम में पहले ‘ग्रीन राशन कार्ड’ बनाया गया। इसके बाद इसे ‘लाल राशन कार्ड’ में तब्दील कर दिया गया।
ग्रीन कार्ड बने छह महीने बीत जाने के बाद भी लाभुकों को राशन नहीं मिल रहा है। लाल कार्ड बनते ही राशन मिलना शुरू हो जाता है।
मामला उजागर होने पर विभागीय संलिप्तता के बावजूद एक कंप्यूटर ऑपरेटर अहमद रजा अंसारी को जिम्मेवार ठहराया गया। उसपर एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया। हालांकि विभागीय कर्मियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
स्थानीय विधायक सह खाद्य मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, मुख्य सचिव, आयुक्त, उपायुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव आदि से जांच की मांग भी की गई है।