क्रेडाई बेंगलूरु ने केंद्रीय बजट से पहले वित्त मंत्री से करों में संशोधन का किया अनुरोध

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बेंगलूरु। बिल्डरों के रियल एस्टेट निकाय क्रेडाई बेंगलूरु ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से रियल एस्टेट क्षेत्र से संबंधित प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों के पहलुओं में संशोधन करने का अनुरोध किया है, ताकि निर्बाध व्यापार संचालन को सक्षम बनाया जा सके। इस बाबत संगठन ने उन्‍हें पत्र लिखा है।

क्रेडाई बेंगलूरु के अध्यक्ष भास्कर टी नागेंद्रप्पा ने कहा कि ये उपाय हमें अपने देश और राज्य के आर्थिक विकास में भागीदारी को मजबूत करने और कर्नाटक एवं पूरे देश के विकास में सार्थक योगदान देने में सक्षम बनाएंगे। क्रेडाई-कर्नाटक में हम भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को सक्षम बनाने में भाग लेना चाहते हैं।

नागेंद्रप्‍पा ने कहा कि रियल एस्टेट विकास अखिल भारतीय आधार पर अर्थव्यवस्था में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक है। यह संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों में लाखों लोगों को रोजगार देता है। यह क्षेत्र देशभर में कुशल और अकुशल कार्यबल के लिए रोजगार के बड़े अवसर पैदा करता है। अचल संपत्ति विकास क्षेत्र की जीवन शक्ति इसलिए उच्च प्राथमिकता है।

क्रेडाई ने रियल एस्टेट क्षेत्र से संबंधित प्रत्यक्ष करों में संशोधन का अनुरोध करते हुए कहा कि धारा 80आईबीए में संशोधन, घर खरीदारों के लिए कटौती के रूप में ब्याज सीमा में वृद्धि, रेंटल हाउसिंग को बढ़ावा देने के लिए नया प्रावधान, रियल एस्टेट से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन किया जाए।

इसी तरह अप्रत्यक्ष करों के संबंध में निर्माण सेवाओं के लिए कर की दर के विकल्प, डेवलपर द्वारा प्रदान की गई। निर्माण सेवाओं के लिए भूमि मालिक द्वारा कर का भुगतान – सीधे सरकार को, बंधक फ्लैटों पर स्पष्टीकरण-रिवर्स चार्ज तंत्र के तहत डेवलपर द्वारा कर का भुगतान जैसे सुधार का अनुरोध किया है।