पटना। पांच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह ‘प्रस्तुति उत्सव-2023’ का समापन प्रसिद्ध अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी अभिनीत नाटक ‘अकेली’ के साथ हुआ। अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी को मंच पर जीवंत अभिनय करते हुए देखना स्थानीय दर्शकों के लिए एक यादगार अनुभव रहा। कंपकंपाती ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में दर्शक नाटक देखने पहुंचे।
अकेली औरत खासकर भारतीय औरत के अकेलेपन के अहसास की कहानी है। पुरुष प्रधान भारतीय समाज में नारी को हर अवस्था में अकेलेपन का सामना करना पड़ता है।
नाटक के पहले भाग में एक 20 साल की युवा लड़की को दिखाया गया है, जो अकेले एक गर्ल्स हॉस्टल में रहती है। अकेलेपन में अपने बॉस से प्रेम करने लगती है। बॉस इस संबंध का फायदा उठाता है। उसका शोषण करता है। बाद में लड़की को बॉस की नीयत की असलियत मालूम होती है।
दूसरे भाग में एक ऐसी प्रौढ़ औरत आती है, जिसके बेटे की मौत हो चुकी होती है। इसी सदमे के कारण उसका पति संन्यासी बन चुका है। औरत जीवन की इस अवस्था में भी ऊर्जा से भरपूर है। उसे बहुत खुशी है कि उसके कुछ दूर के रिश्तेदार बेटी के ब्याह के लिए शहर में आ रहे हैं। वह उत्साहित होकर शादी की तैयारी में लग जाती है।
दोनों महिलाएं अंदर से मजबूत हैं। जीवन की सभी चुनौतियों और परिस्थितियों का सामना करने में सफल होती हैं। वरिष्ठ रंगकर्मी संजय उपाध्याय, प्रस्तुति पटना की सचिव वरीय रंगकर्मी शारदा सिंह सहित कई गणमान्य दर्शकों ने नाटक को सराहा।
इसके पूर्व नुक्कड़ नाटक ‘पालकी पलना’ का प्रदर्शन किया गया। वरिष्ठ रंगकर्मी सुरेश कुमार हज्जू द्वारा निर्देशित व विनोद रस्तोगी द्वारा लिखित इस नाटक को हज्जू म्यूजिकल थियेटर के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया।