रांची। झारखंड की राजधानी रांची में स्थित बीआईटी मेसरा का डंका देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी बजता रहा है। यहां के विद्यार्थियों का देश के विकास में अमूल्य योगदान की चर्चा नहीं की जाए, तो यह अपने आप में बेमानी होगी।
राजीव कौल, राम गोविंद राजू, गुरुदीप सिंह पाल, गौतम सिन्हा समेत कई पूर्ववर्ती विद्यार्थियों ने अपने व्यावसायिक जीवन में ऊंचे मुकाम हासिल किए हैं। कई प्रसिद्ध उद्योगपति, वैज्ञानिक और विदेशों में प्रोफेसर भी हैं। ये सभी कुछ संभव हो पाया है, गुरुजनों के अथक परिश्रम और कुशल नेतृत्व की वजह से।
सोमवार को बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान (बीआईटी), मेसरा के यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग में आधुनिक परिवहन क्षेत्र में ज्वाइनिंग तकनीक विषय पर कार्यशाला की शुरुआत हुई। उद्घाटन मुख्य अतिथि भारतीय विज्ञान संस्थान के प्रो सतीश वी कैलाश और कुलपति डॉ इंद्रनील मन्ना ने किया। प्रो कैलाश ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं देश की तकनीकी समृद्धता में सहयोग प्रदान करेंगी।
वहीं, कुलपति डॉ मन्ना ने कहा कि आधुनिक परिवहन आनेवाले समय में देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यांत्रिकी अभियांत्रिकी के विभागाध्यक्ष डॉ डीपी मिश्रा ने कहा कि आनेवाले समय में इस तरह के और भी आधुनिक तकनीक पर केंद्रित कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। कार्यशाला के संयोजक डॉ अरुण कुमार कादियान ने भी अपने विचार साझा किए। मौके पर ओपी पांडे और मृणाल समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।