प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना के खिलाफ जंग में शिथिलता पर जताई चिंता, कही ये बात

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। चीन में कोरोना से हाहाकार मचा है। ऐसे में भारत कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के कम होते मामले को देखते हुए इसके खिलाफ लड़ाई में आई शिथिलता के प्रति आगाह किया है।

कई देशों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के मद्देनजर बुलाई उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण पर कड़ी नजर रखने और इससे निपटने के लिए ढांचे को पूरी तरह तैयार रखने का निर्देश दिया।

इसके साथ ही उन्होंने कोरोना उचित व्यवहार के पालन, टेस्टिंग बढ़ाने और सतर्कता डोज के लिए विशेष अभियान चलाने को भी कहा। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, विदेश मंत्री एस जयशंकर, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य ¨सधिया के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

बैठक के दौरान नीति आयोग के सदस्य वीके पाल और स्वास्थ्य सचिव राजीव भूषण ने देश और दुनिया में कोरोना संक्रमण हालात पर प्रधानमंत्री के सामने विस्तृत प्रजेंटेशन दिया। इसमें बताया गया कि पिछले एक हफ्ते में देश में प्रतिदिन औसतन 153 नए संक्रमित पाए गए हैं और पोजेटिविटी दर 0.14 फीसद रही है। जो मार्च 2020 में कोरोना की शुरुआत के बाद सबसे कम है।

वहीं दुनिया भर में पिछले छह हफ्ते से प्रतिदिन औसतन 5.9 लाख नए संक्रमित सामने आ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने साफ किया कि देश में भले ही कोरोना के मामले पूरी तरह से काबू में है, लेकिन इसकी वजह से उसके खिलाफ लड़ाई में शिथिलता नहीं आनी चाहिए। उन्होंने संक्रमण पर कड़ी नजर रखने और इलाज के लिए तैयार पूरे ढांचे, जिनमें अस्पतालों में बेड, आक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, वेंटीलेटर और कर्मचारी शामिल हैं, को पूरी तरह से तैयार रखने को कहा, ताकि किसी भी स्थिति से तत्काल निपटा जा सके।

प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि देश में टेस्टिंग बढ़ाने और खासतौर पर हवाईअड्डों पर विदेशी यात्रियों की फिर से टेस्टिंग की शुरू करने की जरूरत है, ताकि विदेश से आने वाले किसी भी वैरिएंट का पता चलाया जा सके।

उन्होंने राज्यों को अधिक से अधिक मात्रा में कोरोना पोजेटिव सैंपल को जीनोम सिक्वेसिंग के लिए निर्धारित लेबोरेटरी में भेजने को कहा, ताकि नए वैरिएंट के साथ-साथ ज्यादा तेजी से फैलने वाले वैरिएंट की पहचान समय से हो सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है, इसीलिए कोविड उचित व्यवहार का पालन सुनिश्चित कराना चाहिए, जिनमें हमेशा मास्क पहनना भी शामिल है।

देश में सतर्कता डोज लगाने के अभियान में शिथिलता पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री इसे जल्द से जल्द पूरा करने की जरूरत बताई। उनका कहना था कि कम से कम बुजुर्गों और गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को यह जरूर लगना चाहिए। देश में अभी तक 27-28 फीसद लोगों ने ही वैक्सीन का सतर्कता डोज लिया है। प्रधानमंत्री कोरोना के इलाज में लगने वाली दवाओं के स्टाक का भी जायजा दिया।

फार्मा व केमिकल विभाग ने उन्हें जानकारी दी कि देश में दवाओं और जरूरी उपकरणों का पूरा भंडार मौजूद है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोरोना वारियर्स की अहम भूमिका रही है। उन्हें भी पूरी तरह से तैयार रखना होगा, ताकि जरूरत पड़ने तत्काल उनका उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।